पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता शहबाज शरीफ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरान खान पर जमकर हमला बोला. शहबाज शरीफ ने कहा कि संसद में संविधान को तोड़ा गया. पाकिस्तान के युवा बेरोजगारी के जाल में फंस गए हैं. इमरान खान ने देश को बर्बाद किया है. वह लगातार झूठ बोल रहे हैं. हम जल्द चुनाव चाहते हैं, ये आरोप गलत है. शहबाज शरीफ ने आगे कहा, मुझे अभी तक राष्ट्रपति से चिट्ठी नहीं मिली है. इमरान खान और राष्ट्रपति दोनों ने मिलकर संविधान को तोड़ा है.


उन्होंने कहा कि हम सभी जूडिशरी का सम्मान करते हैं. संविधान को बार-बार तोड़ा गया. ऐसा नहीं है कि हम पारदर्शी चुनाव नहीं चाहते. जल्द और पारदर्शी चुनाव हमारी डिमांड थी. लेकिन डिप्टी स्पीकर और मंत्रियों ने हमें गद्दार घोषित कर दिया. अगर हम गद्दार हैं तो सबूत लाएं. पूर्व पीएम नवाज शरीफ के भाई शहबाज ने आरोप लगाया कि लोग बेरोजगारी के कुएं में डूब रहे हैं. कोर्ट को एक फोरम बनाकर इस मसले को हल करना चाहिए. राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर झूठ बोला जा रहा है.


बता दें कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने देश के प्रधानमंत्री इमरान खान की सिफारिश पर नेशनल असेंबली को भंग कर दिया है. इससे कुछ ही देर पहले नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. खान ने संसद के निचले सदन, 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में प्रभावी तौर पर बहुमत खो दिया था. नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने तथाकथित विदेशी साजिश से जुड़े होने का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.


विपक्ष ने नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट  ने इस मामले पर सोमवार को सुनावाई शुरू की थी. बेंच में चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल, जस्टिस इजाजुल अहसन, जस्टिस मजहर आलम खान मियांखेल, जस्टिस मुनीब अख्तर और जस्टिस जमाल खान मंडोखाइल शामिल हैं.


'जियो न्यूज' की खबर के अनुसार, जस्टिस बंदियाल ने सुनवाई के दौरान कहा कि अगर नेशनल असेंबली के अध्यक्ष संविधान के अनुच्छेद-5 का हवाला देते हैं, तब भी अविश्वास प्रस्ताव को खारिज नहीं किया जा सकता है.


विशेषज्ञों का कहना है कि अगर खान के पक्ष में फैसला आता है तो 90 दिन में चुनाव कराने होंगे. वहीं, अगर फैसला उपाध्यक्ष के खिलाफ आता है तो संसद फिर से बुलाई जाएगी और खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा.


पाक सेना ने इमरान के बयान का किया खंडन


वहीं पाकिस्तान की सेना ने प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान का खंडन किया है, जिसमें उन्होंने अमेरिका पर अपनी सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था. मीडिया में छपी एक खबर के अनुसार, सेना की ओर से कहा गया है कि देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है.


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