Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान की शहबाज सरकार देश की आर्थिक स्थिति को ठीक करने में अब तक कामयाब नहीं हुई है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की बैठक खत्म हो गई लेकिन शहबाज के मुल्क़ को बेल आउट पैकेज की किस्त जल्द मिलने की कोई उम्मीद नहीं नजर आ रही है. हालांकि दुनिया भर में कर्ज मांग रहे पाकिस्तान एक बार फिर UAE से मदद की भीख मांग रही है. पाकिस्तान के आर्मी चीफ यूएई में मदद की गुहार लगाने पहुंचे थे.
 
सोशल मीडिया पर UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद  और जनरल असीम मुनीर (Asim Munir) की कसर अल मुश्रीफ में बैठक की तस्वीरें वायरल हो रही हैं. आपको बता दें कि पहले भी UAE पाकिस्तान को दो अरब डॉलर का कर्ज और साथ ही पुराने कर्ज को चुकाने के लिए अतिरिक्त समय भी दे चुका है.


बता दें कि पाकिस्तान लगातार IMF से भी बेलआउट पैकेज के तहत कर्ज मांगने की कोशिश में लगा हुआ है, लेकिन वहां भी उनकी बात नहीं बन पा रही है. हाल ही में पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की गई है. इस वक्त पाकिस्तान के पास सिर्फ 2.9 मिलियन डॉलर ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा हुआ है, जो सिर्फ अगले कुछ हफ्तों तक के लिए पर्याप्त है. 


50 फीसदी तक की गिरावट


पाकिस्तान हर क्षेत्र में आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है. पाकिस्तान के रेलवे के आय और खर्च में 50 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है. एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के करंट फाइनेंशियल ईयर के पहली तिमाही में रेलवे ने 52.99 अरब रुपये खर्च किए, लेकिन रेलवे की कमाई मात्र 28.263 अरब रुपये ही हो पाई है. इसकी वजह से पिछले महीने ही रेलवे कर्मचारियों ने अपने वेतन के वितरण में हो रही देरी पर चिंता व्यक्त की थी और फेडरल गवर्नमेंट से जिम्मेदारी लेने और उन्हें समय पर भुगतान करने का आग्रह किया था. 


पेंशन और सैलरी पर खर्च


पाकिस्तान के लॉ और स्टेट मिनिस्टर शहादत अवान ने जानकारी दी थी कि जुलाई से दिसंबर 2022 तक रेलवे को करीब 3 अरब का घाटा हुआ था. पाकिस्तान का 35 फीसदी हिस्सा पेंशन और 33 फीसदी हिस्सा सैलरी पर खर्च किया गया, जबकि पाक रेलवे ने सिर्फ 22 अरब ही दिए थे. वहीं पाकिस्तान के बलूचिस्तान के एक मिनिस्टर ने रेलवे के घाटे को 24 अरब बताया. वहीं पाक सरकार ने जानकारी दी कि उन्हें 3 अरब का घाटा हुआ है.