इस्लामाबाद: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में 75% छात्रा और 45% छात्र ड्रग्स लेते हैं. इस बात को पाकिस्तान के गृह मंत्री शहरयार अफरीदी ने माना है. शहरयार अफरीदी ने मंगलवार को कहा कि एक सर्वेक्षण में पता चला है कि राजधानी में बड़ी संख्या में छात्र क्रिस्टल मेथ (ड्रग्स) लेते हैं. शहरयार अफरीदी  ड्रग्स जागरूकता कार्यक्रम में कहा,'' एक समाचार चैनल ने बताया है कि पाकिस्तान में 75% छात्राओं और 45% पुरुष छात्रों ड्रग्स लेते पाए गए हैं.'' मंत्री ने आगे कहा कि नशीले पदार्थ बेचने वालों के के साथ संलिप्त किसी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.


वहीं मानवाधिकार मंत्री शेरन मजारी ने राज्य मंत्री के बयान पर नेशनल असेंबली में कहा कि 75% छात्रों ने ड्रग्स का इस्तेमाल नहीं किया लेकिन वे 70 प्रतिशत तक बढ़ गए.


बता दें कि ANF ​​ने इस्लामाबाद और अन्य प्रमुख शहरों में छात्रों को ड्रग्स बेचने से जुड़े कई ड्रग पेडलर्स को पिछले साल में पकड़ा है. पिछले साल, अधिकारियों ने कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. ये लोग कायद-ए-आज़म विश्वविद्यालय, इक़रा विश्वविद्यालय, NUST, COMSATS, रूट्स स्कूल, और कई अन्य शिक्षण संस्थानों को ड्रग्स बेचते थे.


क्या होता है क्रिस्टल मेथ


क्रिस्टल मेथ बेहद खतरनाक ड्रग्स होता है. मेथेम्फेटामाईन सीधा दिमाग पर असर करता है. इसे लेने से शरीर की उर्जा और गतिविधियां बढ़ती है. इससे आत्मविश्वास और स्वस्थ्य होने का एहसास भी होता है. यह अवैध तरीके से बनाई जाती है और दुनिया भर में बेची जाती है. क्रिस्टल मेथ की लत आसानी से नहीं छूटती है. इसे एक छोटे पाइप के जरिए धुए के रूपर में लिया जाता है. इसका सेहत पर काफी खराब असर पड़ता है.