Pakistan Afghanistan News: पाकिस्तान ने गुरुवार (6 मार्च 2025) को अमेरिका से अफगानिस्तान में छोड़े गए उसके हथियार वापस ले जाने की अपील की है. दरअसल, बाइडेन ने राष्ट्रपति रहते अफगानिस्तान से सेना वापस बुला ली थी. लेकिन उसके ज्यादातर हथियार अफगानिस्तान में ही रह गए थे. इसके बाद तालिबान का काबुल पर कब्जा हो गया था.
पाकिस्तान ने दावा किया है कि अमेरिका के छोड़े गए हथियारों का इस्तेमाल आतंकवादी उसके खिलाफ कर रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान ने कहा, अफगानिस्तान से बचे हुए हथियार वापस ले जाने का अमेरिका का कोई भी प्रयास क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करेगा.
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में एक सवाल के जवाब में कहा कि अमेरिका ने अपने कुछ हथियार अफगानिस्तान में छोड़ दिए थे और पाकिस्तान इस विचार का समर्थन करता है कि अमेरिका इन हथियारों को वापस ले जाने का प्रयास कर सकता है.
अफगानिस्तान से डरा पाकिस्तान
शफकत अली खान ने कहा, “हमारी चिंता यह है कि आतंकवादी पाकिस्तान में हमलों को अंजाम देने के लिए इन हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं. हमने यह मुद्दा उठाया है. अगर अमेरिका इन हथियारों को वापस ले जाने के लिए कोई प्रयास कर सकता है, तो इससे समग्र क्षेत्रीय सुरक्षा में सुधार आएगा.”
'अफगानिस्तान के साथ अच्छा संबंध चाहता है पाकिस्तान'
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान, अफगानिस्तान के साथ अच्छे पड़ोसी संबंध चाहता है, लेकिन अफगानी क्षेत्र का उपयोग पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद के लिए किया जा रहा है और देश ने बार-बार अफगान सरकार से इस मुद्दे का समाधान करने का आग्रह किया है. शफकत अली खान ने कहा, "विवादित क्षेत्रों में अफगान बलों की ओर से चौकियों के निर्माण के कारण तोरखम सीमा को बंद कर दिया गया है. पाकिस्तान तोरखम सीमा पर अशांति की निंदा करता है और अफगान अंतरिम सरकार से इस मामले को गंभीरता से हल करने का आह्वान करता है."
उन्होंने यह भी बताया कि विदेश मंत्री इशाक डार को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का फोन आया था, जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान के प्रयासों की प्रशंसा की और राष्ट्रपति ट्रंप को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. शफकत अली खान ने आगे कहा कि विदेश मंत्री इशाक डार जेद्दा में होने वाली ओआईसी की बैठक में भाग लेने के लिए सऊदी अरब का दौरा करेंगे. (एजेंसी इनपुट के साथ)
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