China Help Pakistan For Astronaut: चीन पहले विदेशी व्यक्ति के रूप में अपने मित्र देश पाकिस्तान के एक अंतरिक्ष यात्री को तियानगोंग अंतरिक्ष स्टेशन भेजने की योजना पर काम कर रहा है.यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, चीन और पाकिस्तान ने शुक्रवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए.
इसमें पाकिस्तानी अंतरिक्ष यात्रियों का चयन करना और उन्हें प्रशिक्षित करना तथा उनमें से कुछ को तियानगोंग भेजना भी शामिल है. ‘चाइना डेली’ की खबर के अनुसार, पाकिस्तानी नागरिक को अंतरिक्ष में भेजने के समझौते पर चीनी और पाकिस्तानी अंतरिक्ष एजेंसियों ने इस्लामाबाद में हस्ताक्षर किए.
चीन की पाकिस्तान को मदद
चीन अपने मित्र देश पाकिस्तान की मदद करने के लिए पिछले कुछ वर्षों से उसके लिए उपग्रहों का प्रक्षेपण कर रहा है.चीनी अंतरिक्ष स्टेशन को रूस के अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन मीर का प्रतिद्वंद्वी माना जा रहा है.चीन को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से कथित तौर पर बाहर किए जाने के बाद बीजिंग ने तियानगोंग बनाया.
चीन और अमेरिका के बीच प्रतिस्पर्धा
चीनी अंतरिक्ष स्टेशन को चीन और अमेरिका के बीच प्रतिस्पर्धा के एक नए क्षेत्र के रूप में भी देखा जा रहा है.चीनी मानवयुक्त अंतरिक्ष एजेंसी के उपनिदेशक लिन शियाकियांग ने इससे पहले यहां मीडिया को बताया था कि चीन की योजना 2030 से पहले अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा की सतह पर उतारने की है, जबकि अमेरिका की योजना 2025 में अपने अंतरिक्ष यात्रियों को फिर से चंद्रमा पर भेजने की है.
पीएम शहबाज ने की चीन की तारीफ
पीएम शहबाज ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व में न केवल अंतरिक्ष कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ रहा है, बल्कि चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत पाकिस्तान में अन्य क्षेत्रों में मेगा परियोजनाएं भी बनाई गईं है. इसकी मदद से वास्तव में देश के परिदृश्य को बदल कर रख दिया है.पीएम शहबाज ने कहा कि चीन अंतरिक्ष स्टेशन कार्यक्रम में पाकिस्तान की भागीदारी दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों को दर्शाती है और आपसी ज्ञान-साझाकरण और मानवता के लाभ के लिए शांतिपूर्ण अंतरिक्ष खोज की व्यापक दृष्टि में योगदान देगी.
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