दुनिया के सामने झूठा प्रोपेगेंडा फैलाने में जुटा पाकिस्तान, हमले की जगह पर राजनयिकों को बुलाया
किसी भी बड़े देश का राजनयिक पाकिस्तान सेना के निमंत्रण पर नहीं पहुंचा. बेल्जियम, यूक्रेन, बोस्निया समेत कुल 6-7 देशों के राजनयिकों ने ही नीलम वैली का दौरा किया.
नई दिल्ली: आतंकियों पर भारत के बड़े ऐक्शन के बाद पाकिस्तान फिर दुनिया के सामने फिर झूठा प्रोपेगेंडा फैलाने में जुट गया है. आज 6-7 देशों के राजनयिकों को लेकर पाकिस्तान उस जगह गया भारत ने पिछले दिनों कार्रवाई की थी. पाकिस्तान ने इन डिप्लोमेट्स के सामने झूठ बोला कि भारत की गोलीबारी से वहां के नागरिकों को नुकसान पहुंचा है.
चालाकी से दुनिया के सामने झूठ परोसने की पाकिस्तान की ये कोशिश भी फेल हो गई. दरअसल किसी भी बड़े देश का राजनयिक पाकिस्तान सेना के निमंत्रण पर नहीं पहुंचा. बेल्जियम, यूक्रेन, बोस्निया समेत कुल 6-7 देशों के राजनयिकों ने ही नीलम वैली का दौरा किया. अपने इस ड्रामे में पाकिस्तान ने भारतीय हाईकमीशन को भी न्योता भेजा था.
पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि भारतीय पक्ष एलओसी की यात्रा में हमारे साथ शामिल नहीं हुआ है और न ही उन्होंने कथित लॉन्च पैड की लोकेशन दी. भारत ने पाकिस्तान के झूठे दांव को बखूबी समझते हुए इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई.
पाकिस्तान को तीसरा बार सिखाया कड़ा सबक बालाकोट एयर स्ट्राइक के करीब आठ महीने बाद रविवार को भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के करीब 10 सैन्य जवानों और उतने ही आतंकियों को ढेर कर दिया. सेना का ये ऑपरेशन बदले की कार्रवाई के तहत किया गया. यहां ध्यान रहे कि बालाकोट एयर स्ट्राइक की तरह भारतीय सेना ने सीमा पार तो नहीं किया. लेकिन अपनी सीमा में रहकर आर्टिलरी गन से सुरक्षा बलों ने अथमुकाम, कुडल शाही और जुरा में आतंकी कैंपों को ध्वस्त कर दिया.
भारत ने लिया शहादत का बदला दरअसल, पाकिस्तानी रेंजर्स ने रविवार की सुबह उकसावे वाली कार्रवाई की. तंगधार सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलीबारी में सेना के दो जवान शहीद हो गए और एक नागरिक की भी गोली लगने से मौत हो गई. जिसके बाद भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई की. इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी गई है. भारत ने 24 घंटे के भीतर ही अपने जवानों की शहादत का बदला ले लिया.