इस्लामाबाद: पाकिस्तानी संसद में जहां इमरान खान के खिलाफ महत्वपूर्ण अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान करने के लिए संसद का अहम सत्र बुलाया गया. वहीं इस सियासी संकट के बीच पाकिस्तान की सेना ने शनिवार को सतह से सतह पर मार करने वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-तीन का सफल उड़ान परीक्षण किया. यह मिसाइल 2,750 किलोमीटर तक के लक्ष्य पर निशाना साध सकती है.


सेना की मीडिया यूनिट ‘इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ ने एक बयान में कहा, ‘‘परीक्षण उड़ान का उद्देश्य हथियार प्रणाली के विभिन्न डिजाइन और तकनीकी मानकों का पुन: सत्यापन करना था.’’


शाहीन-तीन की मारक क्षमता 2,750 किलोमीटर तक
‘डॉन’ अखबार के मुताबिक शाहीन-तीन मिसाइल की मारक क्षमता 2,750 किलोमीटर तक है. भारत के पूर्वोत्तर और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सबसे दूर के बिंदु तक पहुंचने में यह सक्षम है. यह मिसाइल ठोस ईंधन और पोस्ट-सेपरेशन एल्टीट्यूड करेक्शन (पीएसएसी) प्रणाली से लैस है.


अखबार के मुताबिक ठोस ईंधन तेजी से प्रतिक्रिया क्षमताओं के लिए अनुकूल है, जबकि पीएसएसी प्रणाली इसे अधिक सटीकता के लिए युद्धक सामग्री को समायोजित करने और एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणालियों से बचने की क्षमता प्रदान करती है. इस मिसाइल का पहली बार परीक्षण मार्च 2015 में किया गया था. पिछले साल पाकिस्तानी सेना ने स्वदेश में विकसित बाबर क्रूज मिसाइल 1बी के ‘‘उन्नत-रेंज’’ संस्करण का सफल परीक्षण किया.


राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी बधाई
सामरिक योजना डिविजन (एसपीडी) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल नदीम जकी मांज ने क्रूज मिसाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने पर वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी. उन्होंने भरोसा जताया कि इस परीक्षण से पाकिस्तान की रणनीतिक प्रतिरोधक क्षमता और मजबूत होगी. राष्ट्रपति आरिफ अल्वी, प्रधानमंत्री इमरान खान, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल नदीम रजा ने भी सफल प्रक्षेपण के लिए वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी.


यह भी पढ़ें: 


Pakistan Political Crisis: इमरान खान सरकार ने दी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती, दायर की समीक्षा याचिका


Russia Ukraine War: यूक्रेन के जिस रेलवे स्टेशन पर गिरी थी मिसाइल, उस पर रूसी भाषा में लिखा था- ये बच्चों के लिए