Pakistan: पाकिस्तान ने 27 दिसंबर को गाइडेड मल्टीपल-लॉन्च रॉकेट सिस्टम, फतह-2 का सफल परीक्षण किया है. यह फतह-1 गाइडेड मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम का एक अपग्रेडेड वर्जन है, जिसकी रेंज पहले की तुलना में ज्यादा होगा. पाकिस्तान का दावा है कि फतह 2 में रडार से बचने के साथ ही अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना साधने की क्षमता है.
परीक्षण की घोषणा करते समय, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा कि नया रॉकेट सिस्टम अत्याधुनिक एवियोनिक्स, उन्नत नेविगेशन सिस्टम और अद्वितीय उड़ान पथ से लैस है. 400 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली इस मिसाइल में अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना साधने की क्षमता है. इससे पहले पाकिस्तान ने 24 अगस्त 2021 को फ़तह 1 रॉकेट सिस्टम का परीक्षण किया था.
सटीक हमला करने में सक्षम
आईएसपीआर के अनुसार, ‘फतह-2 ’ रॉकेट को ट्रैक कर पाना दुश्मन के मिसाइल डिफेंस सिस्टम के लिए आसान नहीं होगा.यह अपने लक्ष्य पर बेहतर अंदाज में निशाना लगाने में सक्षम है. पाकिस्तान का दावा है कि फतह-2 सैटेलाइट और इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम का एक साथ इस्तेमाल करते हुए अपने लक्ष्य पर सटीक हमला कर सकता है.
फतह-1 से कही ज्यादा इसकी रेंज
फतह-2 रॉकेट सिस्टम की रेंज 400 किमी तक बताई जा रही है. जबकि इससे पहले फतह-1 की रेंज 140 किमी ही थी. ऐसे में फतह-2 की रेंज बहुत अधिक बढ़ गई है. गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना पहले ही फतह-1, चीनी ए-100, यरमौक सीरीज और नस्र टेक्टिकल बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल करती है. ऐसे में फतह-2 के आ जाने से पाकिस्तानी सेना को काफी मजबूती मिलेगी. बीबीबी ने अपनी रिपोर्ट में रक्षा मामलों के विशेषज्ञ से बात करते हुए दावा किया है कि फतह-2 फ़्लैट ट्रैजैक्ट्री व्हीकल है जिसे रडार पर देखना और नष्ट करना आसान नहीं है.दावा है कि इसे रडार पर नहीं देखा जा सकता.
भारत के लिए फहत 2 नई चुनौती
एक्सपर्ट का कहना है कि फतह-2, भारत के मिसाइल डिफ़ेंस सिस्टम के मुक़ाबले में एक प्रभावी हथियार है. हालांकि भारत भी लगातार अपने मिसाइल सिस्टम को काफ़ी बेहतर बना रहा है. मालूम हो कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर क्षेत्र में तनाव बढ़ा हुआ है. इससे पहले भारत अपनी रक्षा प्रणाली में लंबी दूरी तक मार करने वाली कई मिसाइल शामिल कर चुका है.
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