Tehrik-i-Taliban Pakistan: पाकिस्तान में आतंक का पर्याय बने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी (टीटीपी) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है. शनिवार को पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने टीटीपी और अल-कायदा के 8 कथित उग्रवादियों को लाहौर और सरगोधा, पंजाब से गिरफ्तार किया है. टीटीपी पाकिस्तान में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है, जिसके दहशतगर्द लगातार खूनी घाटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.  


पाकिस्तान में लगातार आतंकवादी हमलों के जरिये सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जा रहा है. इससे पहले 27 फरवरी 2023 को अफगानिस्तान की सीमा से लगे देश के अशांत उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में एक सुरक्षा जांच चौकी पर हथियारबंद आतंकवादियों ने हमला बोला था. आतंकियों ने कई राउंड फायरिंग की थी. इस हमले में पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) के दो अधिकारी मारे गए थे. 


गोला-बारूद के साथ पकड़े गए थे आतंकी
पाकिस्तान के आईएसपीआर ने कहा, "गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि दो अन्य को गोला-बारूद के साथ पकड़ा गया." बतया गया कि गोलीबारी में पाकिस्तानी सेना के दो अधिकारी भी मारे गए. आर्मी की मीडिया शाखा ने कहा कि आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए इलाके में तलाशी की जा रही है.


मस्जिद में हुआ था आत्मघाती हमला
बता दें कि 30 जनवरी को तालिबान के एक आत्मघाती हमलावर ने पेशावर की एक मस्जिद में दोपहर की नमाज पढ़ने के दौरान खुद को उड़ा लिया था, जिसमें 101 लोग मारे गए थे. जबकि 200 से अधिक घायल हो गए थे. वहीं, पिछले साल नवंबर में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने जून 2022 में सरकार के साथ हुए अनिश्चितकालीन संघर्ष विराम को वापस ले लिया था और अपने आतंकवादियों को सुरक्षा बलों पर हमले करने का आदेश दिया था.


वहीं. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ की पीएमएल-एन और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी की पीपीपी पार्टी के बड़े नेताओं को निशाना बनाने की धमकी दे चुका है. टीटीपी का कहना है कि अगर पाकिस्तान की सरकार उनके खिलाफ एक्शन जारी रखती है तो वो बड़े नेताओं पर हमला करने में संकोच नहीं करेगा.


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