TTP Support Imran Khan: तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) पड़ोसी मुल्क में सबसे बड़ा और सबसे घातक उग्रवादी संगठन है. इस संगठन की स्थापना साल 2007 में बैतुल्ला महसूद ने की थी. इसके बाद से ये आतंकी संगठन आए दिन पाकिस्तान पर आतंकवादी हमले करते रहता है. TTP सरिया कानून को बेहद महत्वपूर्ण मानता है. इसी बीच उसने अपने मैगजीन के 16वें संस्करण को निकाला है. इसमें उन्होंने मैगजीन कवर में पाक के विदेश मंत्री और अफगान तालिबान के विदेश मंत्री की फोटो लगाई है.


TTP ने मैगजीन में पाकिस्तान तहरीक इंसाफ (PTI) चीफ इमरान खान की खूब तारीफ की है. उन्होंने हाल के दिनों में इमरान खान की 9 मई कि गिरफ्तारी और उसके बाद PTI के समर्थकों के तरफ से किए गए व्यापक विरोध प्रदर्शन की तारीफ की है.


TTP का विरोध प्रदर्शन की सराहना


तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने पाकिस्तान में हुए विरोध प्रदर्शन की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि देश का राजनीतिक ताकतों और सेना के खिलाफ लड़ना चाहिए और ऐसे मौकों पर शरिया कानून को लागू करने जरूरी है. इसके अलावा हमें एक-दूसरे से हाथ मिलाकर काम करना चाहिए. हालांकि, TTP ने कई मौकों पर पाकिस्तान में आतंक का खौफ पैदा किया है.


इसी साल 30 जनवरी को पाकिस्तान के पेशावर में एक मस्जिद को निशाना बनाते हुए TTP ने फिदायीन हमला किया था, जिसमें कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई थी. इसके अलावा कई और छोटे-मोट आतंकी घटनाओं से देश को आतंकित करते रहते है.


इमरान के पक्ष में विरोध प्रदर्शन


पाकिस्तान में इमरान खान को 9 मई को इस्लामाबाद हाई कोर्ट के पाक रेंजर्स की टीम ने अल कादिर ट्रस्ट केस मामले में इमरान खान को गिरफ्तार किया था. इसके बाद देश भर में PTI के समर्थकों ने सेना को निशाना बनाते हुए उनसे जुड़े अधिकारियों के घरों पर हमला किया था.


लाहौर में कोर कमांडर के घर पर तोड़फोड़ की गई थी और गवर्नर को घर को आग के हवाले कर दिया था. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इमरान की गिरफ्तारी को अवैध बताकर रिहाई के आदेश दे दिए थे, जिसके बाद इमरान खान को 12 मई को दो हफ्ते की अंतरिम जमानत मिल गई थी. हालांकि, इसके बाद उनके पार्टी के कई नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया, जिसमें फवाद खान, शाह महमूद कुरैशी शामिल थे.


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