Peshawar Blast: पाकिस्तान (Pakistan) में सोमवार (30 जनवरी) को पेशावर की मस्जिद में आत्मघाती बम धमाका हुआ था. इस हमले की जिम्मेदार तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली थी. एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान शनिवार (4 फरवरी) को तालिबान से आतंकवाद पर लगाम लगाने की मांग करेगा. इसके लिए पाकिस्तान तालिबान के गुप्त सर्वोच्च नेता से अपील करेगा.
पिछले साल ही अफगानिस्तान में तालिबान की हुकूमत वापस आई थी. इसके बाद से पाकिस्तान को अफगानिस्तान से जुड़े बॉर्डर एरिया के पास कई तरह की आतंकी मुठभेड़ का सामना करना पड़ा है. इस तरह की एरिया में आतंकवादी हमले करने और पकड़े जाने से बचने के लिए ऊबड़-खाबड़ इलाकों का इस्तेमाल करते हैं.
तालिबान के सहयोगी को दोषी ठहराया
पाकिस्तान के पेशावर में हुए बम धमाके को लेकर देश के जासूसों ने हमले के लिए तालिबान के सहयोगी को दोषी ठहराया है. इस एरिया में मौजूद सबसे कुख्यात आतंकवादी संगठन TTP के हमले में किलेबंद पुलिस मुख्यालय के अंदर 101 लोग मारे गए थे. पाकिस्तानी अफगान तालिबान से बात करेगा, जिसका नेतृत्व हिबतुल्ला अखुंदजादा करता है. वह दक्षिणी शहर कंधार में अपने ठिकाने से फरमान जारी करता है. पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शाहबाज शरीफ के विशेष सहायक फैसल करीम कुंडी ने कहा कि पाकिस्तान प्रतिनिधिमंडल तेहरान और काबुल भेजा जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादियों को उनकी सरजमीं का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाए.
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने चेतावनी दी
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक वरिष्ठ पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी ने एएफपी को बताया कि काबुल प्रतिनिधिमंडल उच्च अधिकारियों के साथ बातचीत करेगा. नाम न बताने की शर्त पर पुलिस अधिकारी ने कहा, "जब हम उच्च नेतृत्व कहते हैं, तो इसका मतलब है अफगान तालिबान प्रमुख हिबतुल्ला अखुंदजादा. हालांकि, अफगान अधिकारियों ने टिप्पणी के लिए एएफपी के अनुरोध के बाद तुरंत जवाब नहीं दिया, लेकिन बुधवार (2 फरवरी) को अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान को दूसरों पर दोष नहीं डालना चाहिए. उन्होंने कहा, "उन्हें अपने घर की समस्याओं को देखना चाहिए और अफगानिस्तान को दोष नहीं देना चाहिए."