कश्मीर पर पाक की बुरी नजर, कहा- आईसीजे में फिर उठाएंगे मुद्दा
पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान ने गुरुवार को संकेत दिया कि वह अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में कश्मीर मुद्दे को ले जा सकता है.
नई दिल्ली: कश्मीर मुद्दे पर अपने नापाक इरादों के बीच पाकिस्तान ने फिर भारत को आंख दिखाया है. बार-बार दुनिया के सामने बेनकाब होने के बावजूद पाकिस्तान की अक्ल ठिकाने आने का नाम नहीं ले रही है. ऐसे में पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापना शुरू कर दिया है.
पाकिस्तान ने गुरुवार को संकेत दिया कि वह अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में कश्मीर मुद्दे को ले जा सकता है. वह ऐसा भारत के नक्शे-कदम पर चलते हुए करेगा, भारत कुलभूषण जाधव की मौत की सजा के मामले को वहां ले गया था.
दरअसल, विदेश कार्यालय प्रवक्ता मोहम्मद फैसल से साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में पूछा गया था कि क्या पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को आईसीजे ले जाएगा? सीधे हां या ना कहने की बजाय, उन्होंने संकेत दिया कि इस मुद्दे पर कानूनी विशेषज्ञ विचार कर रहे हैं. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर के विषय को आईसीजे ले जाना एक जटिल कानूनी समस्या है. अटॉर्नी जनरल इस विषय पर काम कर रहे हैं और इसे आने वाले समय में आवेदन किया जा सकता है.
फैसल ने कहा कि पाकिस्तान आईसीजे में कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए अपनी पुरजोर कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जाधव और उनकी पत्नी के बीच एक मुलाकात की पेशकश पूरी तरह से मानवीय आधार पर की है. प्रवक्ता ने कहा कि जाधव की पत्नी के साथ मां को जाने की इजाजत दी जा सकती है. इस पर विचार किया जा रहा है.
फैसल ने पाकिस्तानियों को मेडिकल वीजा चुनिंदा तरीके से जारी करने की भारतीय नीति को भी अफसोसजनक बताया. उन्होंने कहा, ‘‘यह सहानुभूति वाला रूख नहीं बल्कि राजीनतिक रूप से सोच समझ कर अपनाए जाने वाला फैसला है, जिसमें राजनीतिक फायदे के लिए लोगों को चुना जाता है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने बार-बार इस बात का जिक्र किया है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, जमातुल अहरार, आईएसआईएस और अन्य आतंकी संगठनों का अफगानिस्तान में पनाहगाह है साथ ही वे पाकिस्तान के अंदर आतंकी हमलों में संलिप्त हैं.
फैसल ने कहा कि तालिबान प्रमुख मुल्ला फजलुल्ला अफगानिस्तान में छिपा हुआ है. वह पेशावर आर्मी पब्लिक स्कूल पर हमले का सरगना भी है. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत की गुप्तचर एजेंसी ‘रॉ’ पाकिस्तान के खिलाफ अफगानिस्तान की सरजमीं का इस्तेमाल कर रही है.