2024 में भी नहीं सुधरेंगे पाकिस्तान के हालात! रिपोर्ट में दावा- 5 समस्याओं से लेनी होगी निजात
Pakistan top 5 risks in 2024: वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2024 के एग्जीक्यूटिव ओपिनियन सर्वे में जो रिपोर्ट सामने आई है वह पाकिस्तान के लिए बेहद डराने वाली है.
Pakistan top 5 risks in 2024: पाकिस्तान की आम जनता चारों तरफ से महंगाई की मार झेल रही है. देश में इसी महीने चुनाव होने वाले हैं और 1 फरवरी को ही पेट्रोल के दाम 278.96 रुपये तक पहुंच गए हैं. इस बीच पाकिस्तान के सामने अन्य कई समस्याएं भी उसकी हालत पतली करने को तैयार खड़ी हैं.
बीते कुछ सालों की तरह नए साल (2024) में भी उसकी स्थिति कुछ खास सुधरती हुई नजर नहीं आ रही है. यह हम नहीं कह रहे हैं. यह बात वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2024 के एग्जीक्यूटिव ओपिनियन सर्वे में आई है. सर्वे में बताया गया है कि पाकिस्तान को साल 2024 में पांच प्रमुख समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
सर्वे में बताई गई समस्याएं:
1. आर्थिक मंदी
2. ऊर्जा आपूर्ति की कमी
3. मौसमी घटनाएं
4. महंगाई
5. गलत सूचना और दुष्प्रचार
आर्थिक मंदी: पाकिस्तान मौजूदा समय में भारी आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पड़ोसी देश को जुलाई 2023 में 2.44 बिलियन अमेरिकी डॉलर का विदेशी कर्ज चुकाना था. 2022-23 सर्वेक्षण के मुताबिक पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और सिकुड़ गई है. पाकिस्तान की जनसंख्या करीब 23 करोड़ के आस पास है, लेकिन उनकी अर्थव्यवस्था 341.50 अरब डॉलर है.
ऊर्जा आपूर्ति की कमी: जहां भारत चंद्रमा पर पहुंच गया है. वहीं पाकिस्तान की स्थिति अब भी बेहद भयावह है. हाल यह है कि पाकिस्तान की एक बड़ी आबादी अब भी अंधेरे में दिन काटने को मजबूर है. यहां ऊर्जा आपूर्ति की भारी कमी है. वर्तमान में यहां 36 निजी पवन परियोजनाएं संचालित हो रही हैं. सरकार की नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) के तहत देश में 2030 तक 60 प्रतिशत ऊर्जा नवीकरणीय संसाधनों से उत्पन्न करने का लक्ष्य रखा गया है.
मौसमी घटनाएं: पाकिस्तान में मौसमी घटनाओं की भी संभावनाए जताई गई हैं. पिछले साल बाढ़ की वजह से कई जिले जलमग्न हो गए थे. इस दौरान पाकिस्तान में भारी जन-धन की हानि देखी गई थी.
महंगाई: सर्वे के मुताबिक महंगाई की मार इस साल भी लोगों को झेलनी पड़ेगी. पिछले साल पाकिस्तान ने महंगाई और आर्थिक बदहाली के मामले में एक बार श्रीलंका को भी पीछे छोड़ दिया था. 2023 में पाकिस्तान की महंगाई दर 38 फीसदी पर पहुंच गई थी.
गलत सूचना और दुष्प्रचार: किसी भी देश में गलत सूचना का प्रचार होना बेहद ही घातक माना जाता है. सर्वे में बताया गया है कि पाकिस्तान में इस साल गलत सूचना का प्रचार देखने को मिल सकता है.
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