इस्लामाबाद: भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में कुछ बेहद अनोखा होने जा रहा है. दरअसल, वहां की एक यूनिवर्सिटी वैलेंनटाइन डे के दिन सिस्टर्स डे मनाने जा रही है. इसके पीछे का तर्क ये है कि अगर वैलेंनटाइन डे के दिन सिस्टर्स डे मनाया जाएगा तो इस्लामिक परंपरा कायम रहेगी. इस दिन यूनिवर्सिटी की लड़कियों को सर को ढंकने के कपड़े और शॉल बांटे जाएंगे.
पंजाब प्रांत के फैसलाबाद में सेंट्रल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी ने कहा, "युवाओं में पूरब की संस्कृति और इस्लामी परंपराओं" को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया जाएगा. यूनिवर्सिटी के वीसी ने कहा कि उनकी संस्कृति में महिलाएं ज़्यादा सशक्त हैं और मां-बहन के तौर पर ज़्यादा सम्मान पाती हैं. उन्होंने आगे कहा कि वो अपनी संस्कृति भूल रहे हैं और पश्चिमी संस्कृति अपनी जड़ें जमा रही है.
यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता का कहना है कि वो अपनी 1400 के करीब महिला छात्रों को सर को ढंकने के कपड़े और शॉल बांटने के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने साफ किया कि ये कपड़े यूनिवर्सिटी के स्टाफ द्वारा बंटवाए जाएंगे ना कि वहां के पुरुष छात्रों द्वारा. आपको बता दें कि पाकिस्तानी युवाओं के बीच वैलेनटाइन डे खासा फेमस है और कार्ड से चॉकलेट तक बांट कर वहां के युवा इस मौका को सेलिब्रेट करते हैं.
बावजूद इसके देश में इस्लाम का बर्चस्व है जिसकी वजह से महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए ख़ासी मशक्कत करनी पड़ी है. वहीं, वैलेंटाइन डे को पश्चिमी संस्कृति का बताकर ख़ारिज किया जाता रहा है. 2016 में पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने एक यूनिवर्सिटी के छात्रों से कहा था कि देश में वैलेंटाइन डे की कोई जगह नहीं है. 2017 में इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने सार्वजनिक स्थलों पर वैलेंटाइन डे के जश्न पर बैन लगाया था.
पिछले साल देश की मीडिया रेग्युलेटर ने मीडिया से इससे जुड़ी किसी ख़बर को प्रमोट करने को मना किया था. सबसे मज़े की बात ये है कि सोशल मीडिया पर यूनिवर्सिटी की इस पहल का मज़ाक ये कह कर भी उड़ाया जा रहा है कि सिस्टर्स डे को रक्षा बंधन के तौर पर भी देखा जा सकता है. आपको बता दें कि भारत में इस मौके पर मातृ पितृ पूजन दिवस मानने की वकालत करने वाले स्वयंभू गुरू आसाराम फिलहाल रेप के आरोपों में जेल में है.
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