Pakistan General Election Survey: भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) में अगले 2 महीनों में आम चुनाव होने वाले हैं. इसकी घोषणा पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने बीते महीने 2 नवंबर को कर दी थी. उन्होंने जानकारी दी थी कि देश में आम चुनाव 8 फरवरी को होगें. इसके लिए सारी जरूरी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. हालांकि, इसी बीच आम चुनाव को लेकर एक सर्वे भी किया गया है, जिसके नतीजे बेहद चौंकाने वाले हैं. पाकिस्तानी न्यूज ARY की तरफ से किए गए सर्वे के मुताबिक इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (PTI) आम चुनाव में पूर्ण बहुमत से जीत हासिल कर सकती है.
पाकिस्तान में तीन मुख्य पार्टियां हैं. इसमें पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी PML-N, बिलावल भुट्टो जरदारी की PPP और इमरान खान की पार्टी PTI शामिल हैं. हाल के कुछ महीनों में पाकिस्तान में काफी राजनीतिक उथल-पुथल मची है. इस दौरान इमरान खान को प्रधानमंत्री के पद से हटाया गया और उन्हें जेल भी भेज दिया गया. इसके बावजूद सर्वे के नतीजे PTI के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं. पाकिस्तानी न्यूज ARY के सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक आवाम ने PTI को पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने के बात कर रहे हैं.
मौजूदा सरकार के लिए चिंता का विषय
ARY के सर्वे रिपोर्ट में सवाल किया गया कि पाकिस्तान में कौन सी पार्टी अगले आम चुनाव में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी. इस पर आवाम ने PTI के पक्ष में सबसे ज्यादा 84 फीसदी वोट दिए. इसके अलावा दूसरे नंबर पर नवाज शरीफ की पार्टी PML-N को मात्र 11 फीसदी वोट मिले और आखिरी में बिलावल भुट्टो जरदारी की PPP पार्टी के 5 फीसदी के लगभग वोट मिले.
इस आंकड़े से तो साफ पता चला रहा है कि पाकिस्तान की जनता इमरान खान को दोबारा प्रधानमंत्री बनता देखना चाहती है. ये आंकड़े कहीं-न-कहीं नवाज शरीफ और उनकी गठबंधन वाली सरकार में शामिल PPP के लिए चिंता का सबसे बड़ा विषय बन सकती है.
पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए पैसे
इस वक्त पाकिस्तान में आर्थिक हालात सही नहीं है. देश में पैसों की काफी किल्लत है. आवाम को बुनियादी चीजों के लिए जूझना पड़ रहा है. इन सबके बावजूद नकदी संकट से जूझ रहे देश में बहुप्रतीक्षित चुनावों को पानी की तरह पैसे बहाने के बात की जा रही है. हाल में एक रिपोर्ट के हवाले से जानकारी दी गई कि पाकिस्तान में होने वाले आगामी आम चुनाव में पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय की ओर से निर्वाचन आयोग को 17.4 अरब रुपये जारी किए हैं. इससे पहले जुलाई में 10 अरब रुपये पहले ही दिए जा चुके है, जिसका मतलब है कि पाकिस्तान में चुनाव के लिए कुल 27.4 अरब रुपये खर्च किए जाएंगे.