पाकिस्तान में राजनीतिक संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है. कल यानी रविवार को प्रधानमंत्री इमरान खान की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने नेशनल असेंबली भंग कर दिया है और देश से चुनाव के लिए तैयार रहने का ऐलान किया. जिसके बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, 'हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के मिशन पर निकल पड़े हैं.
उन्होंने कहा कि हम किसी भी परिस्थिति में संविधान से समझौता नहीं कर सकते हैं. हमें सुप्रीम कोर्ट को चुनौती का सामना करना चाहिए और साबित करना चाहिए कि हमारा संविधान एक कागज के टुकड़े से ज्यादा है. यदि हम संविधान को NA के फर्श पर लागू नहीं कर सकते हैं तो हम कहीं और संवैधानिक सर्वोच्चता का सपना नहीं देख सकते.
अगले 15 दिन तक सत्ता में बने रहेंगे इमरान
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में रविवार को हाई वोल्टेज ड्रामा होने के बाद पूर्व गृहमंत्री शेख रशीद ने कहा है कि इमरान खान अभी 15 दिन और प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे. शेख रशीद ने कहा है कि देश के अगले आम चुनाव में ईवीएम से वोट नहीं डाले जाएंगे. उन्होंने विपक्षियों पर कटाक्ष करते हुए कहा, "विपक्षियों को खुश हो जाना चाहिए कि अगले चुनाव में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं होगा."
जियो न्यूज के मुताबिक उन्होंने कहा, "मैं प्रधानमंत्री से मिला और मुझे लगता है कि वह अभी 15 दिन और पद पर रहेंगे. वह हमेशा से चुनाव को सही रास्ता मानते हैं." दरअसल, रविवार को इमरान खान को पद से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होना था और विपक्षियों को पूरा खेमा इसमें शामिल होने के लिए वक्त पर नेशनल असेंबली में मौजूद था. ऐन मौके पर, लेकिन नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी अविश्वास प्रस्ताव को असंवैधानिक करार देते हुए खारिज कर दिया. इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के फारुख हबीब ने कहा है कि देश में अगले 90 दिन में चुनाव हो सकते हैं.
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