Masood Azhar Arrest: उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (SCO Summit) से पहले पाकिस्तान (Pakistan) ने आतंक के खिलाफ एक नया पैंतरा खेला है. उसने अफगानिस्तान (Afghanistan) की सरकार को चिट्ठी लिखकर जैश-ए-मोहम्मद (jaish-e-mohammed) के सरगना आतंकी मसूद अजहर (Masood Azhar) को गिरफ्तारी करने की मांग की है.
हालांकि, अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के वरिष्ठ नेता और सयुंक्त राष्ट्र में स्थाई प्रतिनिधि सुहैल शाहीन ने पाकिस्तान से ऐसी किसी भी चिट्ठी के मिलने से इंकार किया है.
क्या बोला अफगानिस्तान?
सुहैल ने कहा कि हमें अफगानिस्तान में मसूद अजहर की मौजूदगी के बारे में कोई जानकारी नहीं है. हम अपने देश में ऐसे किसी भी व्यक्ति का समर्थन नहीं करते हैं जो हमारे देश में रहकर किसी और देश के लिए साजिशें रचता हो.
वहीं एबीपी न्यूज को सूत्रों ने जानकारी दी है कि मसूद अजहर अफगानिस्तान में मौजूद है और पाकिस्तान ने पड़ोसी देश को पत्र लिखकर उसकी गिरफ्तारी की मांग की है, यही नहीं पाकिस्तान के खुफिया विभाग ने पत्र में अजहर के संभावित ठिकानों के बारे में भी जानकारी शेयर की है.
क्या एफएटीएफ को गुमराह करने की साजिश है?
माना जा रहा है कि भारत एससीओ समिट में आतंक के खिलाफ साझा एक्शन की बात जरूर उठाएगा. अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकारों का यह भी मानना है कि पाकिस्तान मसूद अजहर के खिलाफ ऐसी चिट्ठी इसलिए लिख रहा है क्योंकि उसको भय है कि कहीं फाइनेंसिएल एक्शन टॉस्क फोर्स उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर दे. पाकिस्तान इन दिनों आर्थिक तौर पर बहुत ही नाजुक स्थिति से गुजर रहा है. इसलिए एससीओ की बैठक से पहले वह ऐसी चिट्ठियां लिख रहा है.
कौन है मसूद अजहर?
मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है और भारत में हुए कई आतंकी हमलों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है. 1998 में कंधार विमान अपहरण हो या जम्मू कश्मीर में विधानसभा में हमला हो या फिर 2001 में देश की संसद में आतंकी हमला हो इन सबके पीछे का मास्टरमाइंड मसूद अजहर ही है. मसूद सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि उसको यूएन सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकी भी घोषित किया हुआ है.
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