इस्लामाबाद: पाकिस्तान की शक्तिशाली सेना ने राजनेताओं को उसके खिलाफ ‘गैरजिम्मेदाराना’ बयान देने पर चेतावनी दी और कहा कि ऐसी टिप्पणी देश की स्थिरता के लिये ‘‘हानिकारक’’ है. हाल ही में अपनी किताब में इमरान खान की पूर्व पत्नी रेहम खान ने इमरान को सेना की कठपुतली बताया था और कहा था कि देश अभी भी सेना चला रही है.


पंजाब के पूर्व मंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता राना मसहूद के उस बयान के बाद सेना की यह सख्त टिप्पणी सामने आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी ने ‘प्रतिष्ठान’ के साथ एक ‘करार’ किया है जिसके तहत वह कुछ महीनों के भीतर राजनीतिक रूप से महत्व वाले पंजाब प्रांत में सरकार का गठन करेगी.


मसहूद के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने इसे ‘निराधार और खेदजनक’ करार दिया. इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक ने मंगलवार रात को ट्विटर पर कहा, ‘‘राना मसहूद द्वारा एक स्पष्ट निहित बयान निराधार और खेदजनक है. ऐसी गैरजिम्मेदाराना अभिव्यक्ति देश की स्थिरता के लिए हानिकारक है.’’


आपको बता दें कि पाकिस्तान में हाल ही में क्रिकेट से राजनीति में आए इमरान खान की सरकार बनी हैं. इमरान को फौज के करीब माना जाता है. वहीं, पाकिस्तान की ये महज तीसरी सरकार जो लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई है. इसके पहले देश में लोकतंत्र का यही हाल रहा है कि आए दिन सेना ने तख्तापलट करके सत्ता की चाबी अपने हाथों में ले ली.


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