Pakistani Analyst On Abdul Razzaq: अब्दुल रज्जाक के भद्दे बयान पर विशेषज्ञ ने जमकर लताड़ा, कहा-'गैर-मुस्लिम लोगों की जिंदगियां कर देते है बर्बाद'
Pakistan: पाकिस्तानी विशेषज्ञ ने पाक क्रिकेटरों के मौजूदा हालात पर बात करते हुए कहा कि आज के वक्त में अगर कोई गैर-मुस्लिम क्रिकेटर टीम में खेलने आ जाता है तो उन पर धर्म बदलने का दबाव देने लग जाते है.
Pakistani Analyst Angry On Abdul Razzaq: पाकिस्तानी इतिहास के सबसे सफल ऑलराउंडर माने जाने वाले क्रिकेटर अब्दुल रज्जाक (Abdul Razzaq) ने हाल में भारतीय अभिनेत्री ऐश्वर्या राय पर आमजनक कमेंट किया था. इसके बाद उन्हें बहुत जलील होना पड़ा. उन्होंने कहा था कि अगर मेरी शादी ऐश्वर्या राय से हो भी जाती तो उस से नेक बच्चा पैदा नहीं हो सकता. इस मामले के बाद पाकिस्तानी विशेषज्ञ डॉ इश्तियाक अहमद ने इसके लिए पाकिस्तानी क्रिकेटरों के स्टैंडर्ड पर सवाल खड़े कर दिए.
डॉ इश्तियाक अहमद पाकिस्तानी महिला जर्नलिस्ट आरजू काजमी की शो पर पाक क्रिकेटरो पर लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि आज कल के क्रिकेटर्स पर मजहबी जुनून सवार हो गया है. उनको समझ में नहीं आता है कि कब? क्या? बोलना है. पहले पाकिस्तानी क्रिकेटर ऐसे नहीं थे. अभी के सारे लोग तबलिगी जमात के लोग है. इनका ऐसा है कि जो भी इनके साथ खेले वो मुसलमान बन जाए.
पाकिस्तानी गैर-मुस्लिम क्रिकेटरों पर धर्म परिवर्तन का दबाव
पाकिस्तानी विशेषज्ञ ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों के मौजूदा हालात पर बात करते हुए कहा कि आज के वक्त में अगर कोई गैर-मुस्लिम क्रिकेटर टीम में खेलने आ जाता है तो उन पर धर्म बदलने का दबाव देने लग जाते है. इसका सबसे अच्छा उदाहरण दानिश कनेरिया और युसुफ योहाना है. हालांकि, दानिश कनेरिया ने धर्म नहीं बदला लेकिन क्रिश्चन युसुफ योहाना को इन्होंने मोहम्मद युसुफ बना दिया.
डॉ इश्तियाक अहमद ने कहा कि आज के क्रिकेटरों को अक्ल नहीं है कि पब्लिक प्लेस पर क्या बोलना है. इन्होंने आज के वक्त में सन्यांस लेने के बाद लोगों ने बड़ी-बड़ी दाढ़ियां रख ली है, जो तबलीगी जमात के दबाव को दर्शाता है.
विराट कोहली से सीखने के दी हिदायत
डॉ इश्तियाक अहमद ने आरजू काजमी के शो में कहा कि पाकिस्तान के लोगों को मानना है कि इस्लाम सबसे अच्छा है. इसके वजह से वो समझते है कि वो कुछ भी कहेंगे सब सही रहेगा. विशेषज्ञ ने हैरानी जताते हुए कहा कि ये जो भी बदलाव आया है, वो न जाने कैसे आ गया है. इन्हें न इंग्लिश बोलने आती है. इस वजह से ये विदेशी खिलाड़ियों से बात तक नहीं कर पाते हैं. दूसरी तरफ इंडिया के खिलाड़ी बहुत अच्छे से बात करते हैं. विराट कोहली जैसे क्रिकेटरों से इन्हें सीखना चाहिए. मुझे लगता है कि 1970 के बाद से पाकिस्तानी क्रिकेटर तबलीगी जमात के चक्कर में बर्बाद हो गए हैं.