वॉशिंगटन: पाकिस्तान के एक टॉप के डिप्लोमैट ने कहा कि जमात-उद-दावा (जेयूडी) के प्रमुख हाफिज सईद के खिलाफ कम सबूतों के कारण अदालतों को उन्हें मुक्त करना पड़ता है. अमेरिका ने मुंबई हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद को तुरंत फिर से गिरफ्तार करने और उसके खिलाफ मुकदमा चलाये जाने की मांग की थी. इसी के कुछ दिन बाद पाकिस्तानी राजनयिक का यह बयान आया है.


हाफिज सईद के खिलाफ भारत के दिए गये सबूत का जिक्र करते हुए अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत ऐजाज अहमद चौधरी ने कहा, ‘‘इस तरह के कम सबूतों की वजह से उसे सलाखों के पीछा रखना पाकिस्तानी अदालतों के लिए बहुत मुश्किल होता है.’’


दक्षिण एशिया की ताजा खराब स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘‘भारत और चीन में एक असहज शांति है. भारत और पाकिस्तान बातचीत नहीं कर रहे हैं. अफगानिस्तान की हालत अच्छी नहीं है और सभी तरह से सुरक्षा स्थिति बिगड़ती जा रही है.’’


अफगानिस्तान में भारत की भूमिका के संबंध में एक सवाल के जवाब में पाकिस्तानी राजनयिक ने कहा कि इस्लामाबाद को पाकिस्तान में अस्थिरता पैदा करने के लिए अफगानिस्तानी सरजमीं का इस्तेमाल करने पर आपत्ति है.


आपको बता दें कि 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को बीते दिनों सबूतों के आभाव में जेल से रिहा कर दिया गया और अब वो राजनीतिक पार्टी बनाकर पाकिस्तान में चुनाव भी लड़ने वाला है.