पाकिस्तान में 12 मुल्कों के राजनयिकों पर हुए हमले की घटना को लेकर पाक एक्सपर्ट कमर चीमा अपने देश की सरकार से बेहद नाराज हैं. उनका कहना है कि पाकिस्तान में पॉलिटकल डिवीजन है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भी निशाने पर लिया और कहा कि उनके वजीर-ए-आला दहशतगर्दों से माफियां मांग रहे हैं. कमर चीमा ने कहा कि क्या माफी मांगने से रियासतें बचती हैं.


कमर चीमा ने कहा कि ये बताएं कि दुनिया का कौन सा ऐसा मुल्क है जहां ऐसा होता होगा. यहां तक कि अफगानिस्तान के अंदर भी ऐसा नहीं होता है. उसकी वजह ये है कि पाकिस्तान में पॉलिटिकल डिवीजन. उन्होंने कहा, 'हमारे देश के एक बड़ी लीडर हैं, जिन्हें इमरान खान कहा जाता है.  इन साहब का एक वजीर-ए-आला है, जो कहता है कि मैं दहशतगर्दों से खुद बात करूंगा. वो दहशतरगर्दों से माफियां मांग रहा है और  कहता है कि मैं अफगानिस्तान से खुद बात करूंगा कि प्लीज हमें मत मारो, हमें माफ कर दो. कभी माफियां मांगने से रियासतें बची हैं.'


पाक एक्सपर्ट कमर चीमा ने आगे कहा कि इस घटना के बाद अब दस साल तक कोई राजनयिक इन इलाकों में नहीं जाएगा. कमर चीमा ने सरकार से कहा कि अब सब खुश हैं कि राजनयिकों की जान बच गई और हेलीकॉप्टर उड़ रहे हैं तो क्या पहले हेलीकॉप्टर नहीं उड़ा सकते थे. उन्होंने कहा कि राजनियकों को गाड़ियों के बजाय हेलीकॉप्टर में ले जाते, 2-3 हेलकॉप्टर हायर कर लेते. उन्होंने कहा कि क्या सरकार को नहीं पता कि उनके मुल्क के हालात क्या हैं.


कमर चीमा ने अपनी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आप इस बात पर खुश हैं कि लॉ एनफोर्समेंट ने बड़ा अच्छा काम किया. भई उन्होंने कोई काम नहीं किया वो हमलावर से गलती हो गई. उन्होंने कहा कि हमलावर ने गोली पुलिस वाली गाड़ी पर चला दी. अल्लाह को पाकिस्तान की थोड़ी सी इज्जत बचानी थी इसलिए ऐसा हुआ.


कमर चीमा ने आगे कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र जा रहे हैं, क्वाड समिट कर रहे हैं और हम पाकिस्तान में आज भी इस बात से लड़ रहे हैं कि हमारे बंदे मारे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार बड़ी नॉर्मेलाइजेशन की बात करती है, लेकिन कोई नॉर्मेलाइजेशन नहीं हो रही है. इसकी वजह क्या है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी साहब और इंडिया गल्फ को-ऑपरेशन काउंसिल (GCC) से भी ताल्लुकात बढ़ा रहे हैं, ये हमारे हालात की वजह से न. हमारी इन हरकतों की वजह से इंडिया के पास बड़ा मौका आ गया.


कमर चीमा ने कहा कि आज मोदी क्वाड समिट कर रहे हैं और हमारे वजीर-ए-आजम को खबर आई होगी कि पाकिस्तान के अंदर 11 राजनयिकों पर हमला हो गया. कमर चीमा ने कहा, 'हम दुनिया को क्या कहानी सुनाएंगे क्योंकि हमारी स्टोरी में तो झोल है. एक तरफ हम दहशतगर्दी की जंग लड़ रहे हैं, हमने बड़ी जानें दी हैं, हमने दुनिया को क्या स्टोरी सुनानी है. दूसरी तरफ, हमारे वजीर-ए-आजम शहबाज शरीफ न्यूयॉर्क पहुंचे हैं तो उनके खिलाफ जलसे निकल रहे हैं, जबकि पीएम मोदी के लिए कम्युनिटी इवेंट हो रहे हैं. बड़ी तादाद में इंडियंस निकले हैं.'


पाक एक्सपर्ट कमर चीमा ने कहा, 'एक चीज बड़ी क्लियर है कि हम सब एक पेज पर नहीं हैं. अफगान-तालिबान हमसे नाराज है, टीटीपी वाले भी हैं. ये वहीं 50 हजार लोग हैं जो इमरान खान ने बुलाए हैं. ये वो टीटीपी के दहशतगर्द हैं, जिन्हें इमरान खान लेकर आए थे. अब उसका वजीर-ए-आला कहता है पुलिस को कि तुम फौज के खिलाफ प्रदर्शन करो. तो ऐसे मुल्क के हाल हैं, डिप्लोमेट्स को भी सोचना चाहिए था कि वे किस सूबे में जा रहे हैं.'


रविवार को 12 देशों के राजनयिकों का काफिला उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान के दौरे पर जा रहा था. इसी दौरान रास्ते में बम ब्लास्ट हो गया. इन राजनयिकों में इंडोनेशिया, पुर्तगाल, कजाखिस्तान, बोस्निया और हर्जेगोविना, जिम्बाबवे, रवांदा, तुर्कमेनिस्तान, वियतनाम, ईरान, रूस और तजाकिस्तान के राजनयिक शामिल थे. वैसे सभी राजनियक सुरक्षित हैं, लेकिन इस हमले में एक पुलिस अधिकारी की जान चली गई.


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