क्यों चीनियों पर भड़के हैं पाकिस्तानी? अब चला दीं गोलियां, जानें पूरा मामला
सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर ने अधिकारियों को घटना में शामिल सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. लंजर ने दक्षिण के पुलिस उप महानिरीक्षक से इस घटना के संबंध में विवरण मांगा है.
पाकिस्तान के कराची शहर में मंगलवार (5 नवंबर, 2024) को एक स्थानीय सुरक्षा गार्ड ने एक झगड़े के बाद चीन के दो नागरिकों पर गोली चला दी, जिससे वे घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी दी. सिंध प्रांत में कराची के इंडस्ट्रियल ट्रेडिंग एस्टेट क्षेत्र के एक पुलिस थाने में यह घटना हुई.
पुलिस उप महानिरीक्षक अजहर माहेसर ने कहा कि वे घटना की जांच कर रहे हैं ताकि पता लगाया जा सके कि सुरक्षा गार्ड ने चीनी नागरिकों पर गोली क्यों चलाई. उन्होंने कहा, 'सुरक्षा गार्ड ने बहस के बाद गोलीबारी की, जिससे चीन के दो नागरिक घायल हो गए. सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार कर लिया गया है.'
माहेसर ने बताया कि दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घायलों में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बाद में पुष्टि की कि घटना में दो चीनी नागरिक घायल हो गए, घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनका इलाज जारी है.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'हम घायलों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं.' बयान में कहा गया है कि मामले की जांच की जा रही है और पाकिस्तान जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दृढ़ है.
पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और इस्लामाबाद में स्थित चीनी दूतावास के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है. सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर ने अधिकारियों को घटना में शामिल सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. सिंध प्रांत के गृह विभाग के एक बयान के अनुसार, लंजर ने दक्षिण के पुलिस उप महानिरीक्षक से इस घटना के संबंध में विवरण मांगा है.
गृह मंत्री ने कहा कि चीनी व्यक्तियों और विदेशियों को सुरक्षा प्रदान करने वाली कंपनियों का निरीक्षण किया जाना चाहिए और इसकी रिपोर्ट समीक्षा के लिए भेजी जानी चाहिए. लंजर ने कहा कि सुरक्षा के लिए तैनात किए गए गार्ड की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की जांच जरुर की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि पूरी तरह प्रशिक्षित और स्वस्थ सुरक्षा गार्ड को ही तैनात किया जाना चाहिए. बयान के अनुसार, उन्होंने गैर पंजीकृत और अवैध सुरक्षा कंपनियों पर कार्रवाई करने का भी आदेश दिया.