Pakistani Doctor Jailed In US: H-1 वीजा पर अमेरिका में काम करने वाले एक पाकिस्तानी डॉक्टर को आतंकवादी संगठन ISIS मदद पहुंचाने और अमेरिका में लोन वुल्फ अटैक करने के प्लान के आरोप में दोषी पाए जाने के बाद 18 साल जेल की सजा सुनाई गई है. अमेरिकी न्याय विभाग के एक बयान में कहा गया है कि आरोपी ISIS को मदद पहुंचाने की कोशिश कर रहा था, जिसके बाद पाकिस्तानी मूल के 31 वर्षीय डॉक्टर मोहम्मद मसूद को शुक्रवार (25 अगस्त) को 18 साल की जेल की सजा सुनाई गई.


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक मोहम्मद मसूद ने पिछले साल 2022 में अपना दोष स्वीकार किया था. इसके बाद उसे सिनियर जज पॉल ए मैग्नसन ने जेल की सजा सुनाई. कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेजों के अनुसार मसूद पाकिस्तान में एक लाइसेंसधारी मेडिकल डॉक्टर था. इसके बाद उसने H-1 वीजा के तहत अमेरिका के रोचेस्टर, मिनेसोटा में एक मेडिकल क्लिनिक में रिसर्चर कॉर्डिनेटर के रूप में काम करता था.


आतंकवादी संगठन में शामिल होने के लिए यात्रा
मोहम्मद मसूद ने जनवरी 2020 और मार्च 2020 के बीच एक आतंकवादी संगठन में शामिल होने के लिए अपनी विदेश यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया. जनवरी 2020 और मार्च 2020 के बीच, मसूद ने एक आतंकवादी संगठन में शामिल होने के लिए अपनी विदेश यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लिकेशन का उपयोग किया.


मसूद ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड अल-शाम (ISIS) में शामिल होने की अपनी इच्छा के बारे में कई बयान दिए और उन्होंने नामित आतंकवादी संगठन और उसके नेता के प्रति अपनी निष्ठा जताई.


सीरिया की यात्रा करने की योजना
मसूद ने अमेरिका में लोन वुल्फ आतंकवादी हमले करने की भी इच्छा व्यक्त की.  मसूद ने फरवरी 2020 में शिकागो, इलिनोइस से अम्मान, जॉर्डन के लिए प्लेन टिकट खरीदा और वहां से सीरिया की यात्रा करने की योजना बनाई. उस वर्ष मार्च में, मसूद की यात्रा योजनाएं बदल गईं क्योंकि जॉर्डन ने कोरोनोवायरस महामारी के कारण आने वाली यात्रा के लिए अपनी बॉर्डर बंद कर दीं थी.


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