Hindus in Pakistan : भारत में दुकानों पर नाम लिखने पर मचा हल्ला तो पाकिस्तान में हिंदुओं के बाल काटने से नाई ने किया साफ मना, वीडियो वायरल
Hindus in Pakistan : नाई की दुकान पर जाकर उन्होंने अपनी पहचान हिंदू बताई तो उनके बाल काटने के लिए मना कर दिया गया. एक नाई ने सामान फेंकना को बोल दिया
Hindus in Pakistan : पश्चिमी यूपी में कांवड़ मार्ग पर दुकान मालिकों के नाम लिखने का मुद्दा इस समय काफी गर्म है. विपक्ष के नेताओं ने इसे अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने वाला बताया. इसे खासतौर मुस्लिमों से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन इस बीच ही पाकिस्तान से एक खबर आई है, वहां हिंदुओं को अलग ही नजरिये से देखा जाता है. उनके बाल मुस्लिम नाई नहीं काटते हैं, उन्हें हिंदू नाई के पास ही जाना जाता है. इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. पाकिस्तान के एक यूट्यूबर हैं प्रीतम दास. उन्होंने ब्लॉगर दास नाम के चैनल पर पाकिस्तान में हिंदुओं की हालत बयान की है. वह वीडियो में बताते हैं कि नाई की दुकान पर जाकर उन्होंने अपनी पहचान हिंदू बताई तो उनके बाल काटने के लिए मना कर दिया गया. एक नाई ने तो यह तक कह दिया कि वह अगर बाल काटते हैं तो अपना सामान तक फेंकना पड़ जाएगा.
कई दुकानों पर काटे चक्कर, मिला एक ही जवाब
प्रीतम दास ने वीडियो में दावा किया कि वो सबसे पहले पंजाब प्रांत में सादिकाबाद इलाके में कुछ मुस्लिम नाई की दुकान गए. वहां उन्होंने अपनी पहचान हिंदू बताते हुए बाल कटवाने की कोशिश की तो वह सीधे उन्हें मना कर देता है. जब वह उससे इसका कारण पूछते हैं तो नाई का कहता है कि हिंदुओं के बाल काटना अच्छा नहीं लगता है. वह कहता है कि हिंदू नमाज नहीं पढ़ते, कलमा नहीं पढ़ते. जब प्रीतम बाल कहां कटवाएं पूछते हैं तो दुकानदार उन्हें हिंदू नाई की दुकान पर जाने को कहता है. यहां से जब प्रीतम दूसरे मुस्लिम नाई के पास पहुंचते हैं और उससे भी बाल काटने के लिए पूछते हैं. हिंदू जानने के बाद वो भी उन्हें मना कर देता है, जबकि दुकान में एक भी ग्राहक नहीं रहता. कारण पूछने पर वह कहता है कि उसे हिंदुओं का बाल काटना पसंद नहीं है.
अगर हिंदू के बाल काटे तो फेंक दूंगा सामान
एक दुकान पर बैठा नाई तो इतना तक कह देता है कि अगर उसने किसी हिंदू का बाल गलती से काट दिया तो वह अपना सामान फेंक देगा. वह हिंदुओं को अपना ग्लास भी नहीं छूने देता. कई दुकानों पर चक्कर काटने के बाद आखिकर प्रीतम दास एक हिंदू नाई की दुकान पर जाते हैं, जहां कई सारे हिंदू बाल कटवा रहे थे. नाई बताता है कि यहां केवल हिंदू की बाल कटवाते हैं, यहां कोई मुसलमान बाल कटवाने नहीं आता है.