Watch: पाकिस्तानी इस्लामिक सीनेटर ने भारत के खिलाफ उगला जहर, कहा-'रॉ अफसरों और भारतीय सैनिकों को हम जिंदा...'
India-Pakistan Relations: पाकिस्तान के फैजल रजा अबिदी ने आरोप लगाया कि भारत ने अपनी तरफ से रॉ के 950 लोगों को इजरायल की मदद करने के लिए भेजा है. इसके अलावा कई मिलिट्री के लोग भी जुड़े हुए हैं.
Pakistani Islamist Senator Threat India: भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में मौजूद कई लोग इंडिया के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आते हैं. पाकिस्तान के कई विशेषज्ञ और इस्लामिक स्कॉलर भारत को खत्म करने का बेतुका सपना देखते रहते हैं. हाल ही में पाकिस्तान के इस्लामिक सीनेटर फैजल रजा अबिदी ने इंडियन आर्मी और खुफिया एजेंसी Research and Analysis Wing (RAW) के खिलाफ जहरीला बयान दिया है.
पाकिस्तानी इस्लामिक सीनेटर फैजल रजा अबिदी ने एक टीवी शो के दौरान धमकी देते हुए कहा कि हमारी सेना भारत के रॉ अफसरों और भारतीय सेना के लोगों को जिंदा जला देगी. इस बयानबाजी से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो को सोशल मीडिया हैंडल पाक अनटोल्ड की तरफ से पोस्ट किया गया है. हालांकि, ABP वीडियो की पुष्टि नहीं कर रहा.
"...will wrap RAW officers and Indian Army in their dhotis and burn them alive..."
— Pakistan Untold (@pakistan_untold) December 4, 2023
- Pakistani Islamist Senator Faisal Raza Abidipic.twitter.com/jn8SB6WX3Z
पाकिस्तानी शख्स ने भारत को दी चुनौती
पाकिस्तान के फैजल रजा अबिदी एक टीवी शो के दौरान इजरायल और हमास के बीच जारी जंग का जिक्र कर रहे थे. वे इजरायल और हिज्जबुला के बीच पैदा हुए टकराव को लेकर बयान दे रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने अपनी तरफ से रॉ के 950 लोगों को इजरायल की मदद करने के लिए भेजा है. इसके अलावा कई मिलिट्री के लोग भी इजरायल के साथ जुड़े हुए हैं, इसलिए अच्छा होगा की सारे लोग वहां से भाग जाएं नहीं तो उनको आग लगाकर जिंदा जला देंगे. उन्होंने कहा कि मैं भारत को खुली चुनौती देता हूं कि वो अपने 18 लाख सैनिकों को भेजें. मैं वादा करता हूं कि कोई भी जिंदा नहीं बचेगा.
कौन है फैजल रजा अबिदी?
पाकिस्तान में फैजल रजा अबिदी राजनीतिक रूप से बहुसंख्यक सुन्नी बरेलवी संप्रदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसके अलावा वो सुन्नी इत्तेहाद परिषद का हिस्सा भी हैं. वो पाकिस्तान में शिया संप्रदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली मजलिस वहदत-ए-मुस्लिमीन के साथ जुड़े हुए हैं. वो पेशे से एक व्यवसायी भी हैं. साल 2008 से वो कराची के अल-ज़ुल्फिकार ग्रुप ऑफ कंपनीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी हैं.