Pakistan News: पाकिस्तान के सांसद मुस्तफा कमाल ने नेशनल असेंबली में भारत की जमकर तारीफ की है, इसके साथ ही पाकिस्तान की दुर्दशा को भी बयां किया है. उन्होंने कहा कि भारत आज चांद पर चला गया और कराची में बच्चे गटर में गिरकर मर रहे हैं. पाकिस्तान की संसद में मुस्तफा कमाल का दिया गया भाषण सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है. उन्होंने पाकिस्तान की शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा किया है, कमाल ने कहा कि पाकिस्तान के विश्वविद्यालय बेरोजगार युवाओं की फैक्टरी बनकर रह गए हैं. दूसरी तरफ शिक्षा के बदौलत भारत के युवा दुनिया की कंपनियों के सीईओ बन रहे हैं.
मुस्तफा कमाल ने टीवी पर चल रही एक खबर का जिक्र करते हुए बताया कि, एक ही टीवी स्क्रीन पर दो तरह की खबरें चल रही हैं. खबर आई कि भारत चांद पर पहुंच गया और उसके दो सेकेंड बाद खबर आई कि कराची के खुले गटर में गिरने से बच्चों की मौत हुई है. कमाल ने कहा कि टीवी पर इस तरह हर तीसरे दिन एक खबर आती है. उन्होंने कहा कि यह भाषण वह अपना वोट बैंक मजबूत करने के लिए नहीं दे रहे हैं, बल्कि वह चाहते हैं कि पाकिस्तान की तरक्की हो सके. उन्होंने बताया कि कराची जैसे बड़े शहर को 15 साल से एक कतरा अधिक पानी नहीं दिया गया. दूसरी तरफ पानी माफिया और टैंकर माफिया पाइपलाइन से पानी चुरा लेते हैं.
पाकिस्तान में 2 करोड़ 62 लाख बच्चे स्कूल नहीं जा रहे
एक अन्य वीडियो में कमाल ने कहा, 'पाकिस्तान के 2 करोड़ 62 लाख बच्चे ऐसे हैं जो स्कूल नहीं जा रहे हैं.' उन्होंने कहा कि अभी स्कूल न जाने वाले बच्चों की स्टोरी सामने नहीं आई है, लेकिन उनका क्या हश्र हो रहा है यह सोचने वाली बात है. कमाल ने कहा कि हम कितनी भी आर्थिक स्थिति की बात करे लें, कितनी तरक्की की बात कर लें अगर इन मुद्दों को सोचना शुरू कर दें तो रात की नींद उड़ा जाएगी. उन्होंने कहा कि यह किसी एक राज्य का मसला नहीं है, यह पूरी कौम का मसला है. कमाल ने कहा कि अगर पांच साल में अपने प्राइमरी एजुकेशन सिस्टम को भी दुरुस्त कर लें तो बड़ी बात होगी.
मुस्तफा कमाल ने भारत की मिसाल दी
कमाल ने कहा कि पाकिस्तान में 68 फीसदी यूथ आबादी है, यह देश के लिए मौका भी है और खतरा भी है. अगर हम इनको रोजगार नहीं दे पाए तो ये देश के लिए खतरा बन जाएंगे. आज हमारे मुल्क में विश्वविद्यालय बेरोजगार युवाओं की इंडस्ट्री बनकर रह गई हैं. युवा डिग्रियां लेकर घूम रहे हैं और उनको रोजगार नहीं मिल रहा है. कमाल ने कहा कि पाकिस्तान के युवाओं को वह पढ़ाया ही नहीं जा रहा, जिसकी दुनिया में डिमांड है. भारत की मिसाल देते हुए मुस्तफा कमाल ने कहा कि हमारे पड़ोसी मुल्क ने तीस साल पहले बच्चों को वह पढ़ाया जो दुनिया की डिमांड थी. इसी का नतीजा है कि आज दुनिया की 25 शीर्ष कंपनियों के सीईओ भारतीय हैं. भारत की इकोनॉमी आज 5 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच रही है.
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