'भारत चांद पर है और कराची...', पाकिस्तान की संसद में क्यों हो रही चंद्रयान-3 पर बात, जानें
पाकिस्तानी सांसद सय्यद मुस्तफा कमाल ने बुधवार को संसद में देश की आर्थिक तंगी का जिक्र करते हुए कहा कि कराची देश का इतना बड़ा शहर है, लेकिन यहां 15 सालों से साफ पानी तक नहीं है.
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की खस्ताहालत का मुद्दा बुधवार (15 मई ) को देश की संसद में एक बार फिर उठा. मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) पार्टी के सांसद सैयद मुस्तफा कमाल ने भारत से कराची की तुलना करते हुए मून मिशन चंद्रयान-3 का जिक्र किया.
सैयद मुस्तफा कमाल ने कहा कि भारत चांद पर पहुंच गया और कराची की हालत ये है कि यहां के खुले गटर में गिरकर बच्चे मर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 23 करोड़ आबादी वाले कराची शहर में लोगों के लिए पीने के लिए साफ पानी तक नहीं है.
उन्होंने कहा, 'हमारे टीवी स्क्रीन पर जब चंद्रयान-3 की खबरें चल रही थीं कि भारत चांद पर पहुंच गया, तो दो सेकेंड बाद खबर फ्लैश होती है कि कराची में एक बच्चा गटर में गिरकर मर गया.'
सैयद मुस्तफा कमाल ने आगे कहा कि कराची पाकिस्तान के समृद्ध शहरों में से एक है और यहां लोगों के पास पीने के लिए साफ पानी तक नहीं है. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान की स्थापना के समय से यहां दो बंदरगाह हैं, यह शहर पाकिस्तान का एंट्री गेट है. फिर भी 15 सालों से यहां साफ पानी नहीं है. जितना भी पानी आता है वो टैंकर माफिया जमा कर लेते है.'
कमाल ने पानी की समस्या के साथ पाकिस्तान के स्कूलों की हालत का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान में 48,000 स्कूल हैं, जिनमें से 11,000 स्कूलों का कुछ अता पता ही नहीं है. उन्होंने कहा, 'सिंध में करीब 70 लाख बच्चे स्कूल नहीं जा रहे और पूरे देश में यह आंकड़ा 2.62 करोड़ है. यह बात जानने के बाद हमारे नेताओं की नींद उड़ जानी चाहिए.'
उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब कुछ दिन पहले ही वरिष्ठ पाकिस्तानी नेता मौलाना फजलुर रहमान ने भारत और पाकिस्तान की आर्थिक विषमताओं का मुद्दा संसद में उठाया था. उन्होंने कहा था कि एक तरफ भारत महाशक्ति बनने का सपना देख रहा है और हम दिवालियेपन से बचने के लिए भीख मांग रहे हैं.
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