इस्लामाबाद: पड़ोसी मुल्क से आईं कार से लेकर भैंस बिकने तक की खबरें अभी लोगों का मनोरंजन कर ही रही थीं कि अचानक से ऐसी खबर आई है जो इस मनोरंजन को अगले स्तर तक ले जाएगी. ताज़ा मामले में एक पाकिस्तानी नौकरशाह पर्स की चोरी करते पकड़ा गया है. देश के वित्त मंत्रालय में आए कुवैत के एक दल के एक सदस्य से की गई ये चोरी कैमरे में कैद हो गई.


करने पहुंचे थे भला, लुटा बैठे पर्स
कुवैती दल पाकिस्तान इस ध्येय ले पहुंचा था कि वो इस देश में निवेश को लेकर चर्चा करेगा. लेकिन कंगाल हो चुके पाकिस्तान का भला करने पहुंचे इन लोगों को कहां पता था कि वहां का एक उच्च अधिकारी उनमें से किसी का पर्स चुरा लेगा. पर्स चोरी की इस वारदात के खिलाफ कुवैती दल ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है.


मामले का वीडियो वायरल
मामले से जुड़ी छह सेकेंड की एक वीडियो लीक होने के बाद सोशल मीडिया वायरल हो गई. वीडिया में साफ दिखाई दे रहा है कि नौकरशाह ने टेबल से उठाकर पर्स को अपनी जेब में डाल लिया. आर्थिक मामलों के प्रभाग के साथ चर्चा के बाद जब कुवैती दल और मंत्रालय के अन्य अधिकारी वहां से गए तब ये घटना घटी.


छोटे कर्मचारियों की ली गई तलाशी
मामला तब प्रकाश में आया जब दल के एक सदस्य ने पाकिस्तानी अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई जिसमें कहा कि मीटिंग के दौरान उनका पर्स चोरी हो गया. इसके बाद मंत्रालय में एक तलाशी अभियान चलाया गया जिसके तहत कमरों और ऑफिसों में पर्स ढूंढने की कोशिश की गई. यहां तक की मंत्रालय के छोटे पदों पर तैनात कर्मचारियों की तलाशी तक ली गई लेकिन कुछ नहीं मिला.


CCTV फुटेज दिखाए जाने पर लौटाया पर्स
बाद में जब सीसीटीवी फुटेज निकाली गई तब पता चला कि चोरी को एक वरिष्ठ अधिकारी ने अंजाम दिया है. जब अधिकारी से शुरुआती पूछताछ की गई तब उसने इस घटना से इंकार किया लेकिन जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाई गई तब उसने पर्स लौटा दिया.


जांच पूरी होने पर तय होगी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई
वहां की लोकल मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक जब पर्स वापस दे दिया गया तब कुवैती अधिकारी ने उस दोषी को सामने लाने की मांग की जिसने पर्स चुराया था. अभी तक पुलिस में इससे जुड़ा कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. मंत्रालय ने कहा कि अधिकारी के खिलाफ शुरुआती जांच चल रही है जिसके पूरा होने के बाद तय किया जाएगा कि क्या कार्रवाई की जानी है.


इस सरकार में चोरी का दोष पिछली सरकार पर मढ़ा
जब इस घटना की जानकारी देने के बाद सूचना मंत्री फवाद चौधरी से इससे जुड़ा एक सवाल किया गया तब उन्होंने जवाब दिया कि इन अधिकारियों की नैतिक ट्रंनिंग पिछले सरकार में हुई थी. आपको बता दें कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो चुकी है और देश में पैसों की तंगी का आलम ये है कि इसे चलाने के लिए सरकार को भैंसों से लेकर कारें तक बेचनी पड़ रही है जिसके बाद अब हेलिकॉप्टरों को भी बेचे जाने का प्लान है.


पैसों के तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान
पैसे की कमी से जूझ रही पाकिस्तान की सरकार ने आठ भैंसों की नीलामी कर गुरुवार को 23 लाख रुपये जुटा लिये. पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री इमरान खान ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा सेहत संबंधी दिक्कतों के लिए प्रधानमंत्री आवास में रखी आठ भैंसों की नीलामी फिजूलखर्ची रोकने के अभियान के तहत की है. इससे पहले पिछले सप्ताह 61 लग्जरी कारें बेचकर पाकिस्तान सरकार ने करीब 20 करोड़ रुपये जुटाये थे.


सरकार की योजना बुलेटप्रूफ कारों समेत 102 कारें और मंत्रिमंडल के इस्तेमाल के चार हेलिकॉप्टर बेचने की है. पाकिस्तान के अखबार ‘डॉन’ की खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास की तीन भैंसों और पांच बछड़ों की इस्लामाबाद में हुई नीलामी से कुल 23,02,000 पाकिस्तानी रुपये मिले हैं. इन भैंसों और बछड़ों को नवाज शरीफ के समर्थकों ने खरीदा है.

शरीफ के एक समर्थक काल्ब अली ने इनमें से एक भैंस 3,85,000 रुपये में खरीदी. अली ने कहा कि उन्होंने इस भैंस से भावनात्मक जुड़ाव के कारण उसकी नीलामी की कीमत 1,20,000 रुपये से तीन गुना बोली लगायी. अली ने कहा, ‘‘मैंने इस भैंस को नवाज शरीफ के प्रति अपने लगाव के कारण खरीदा है. मैं इसे नवाज शरीफ और बहन मरियम शरीफ के प्रतीक के तौर पर रखूंगा.’’

जियो न्यूज के अनुसार, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के कार्यकर्ता फखर वराइच ने चार बछड़ों में से दो को क्रमश: 2,15,000 रुपये और 2,70,00 रुपये में खरीदा. एक अन्य आदमी ने तीसरा बछड़ा 1,82,000 रुपये में खरीदा.

पाकिस्तान पर 30 हजार अरब रुपये का कर्ज
नए प्रधानमंत्री इमरान खान की किफायत बरतने की मुहिम के तहत प्रधानमंत्री आवास की 102 लग्जरी कारों में से 70 कारों को बीते 17 सितंबर को नीलाम किया गया था. इस नीलामी से देश की सरकार को 7,39,11,000.00 पाकिस्तानी रुपए हासिल हुए.

मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक इन कारों के लिए बाजार से ऊंचे दाम मिले जिसके बाद प्रधानमंत्री आवास की आठ भैंसों को बेचा गया है. पाकिस्तान सरकार पर कर्ज और देनदारियों का भारी बोझ है. प्रधानमंत्री के विशेष सहायक (राजनीतिक मामले) नईम-उल-हक ने कहा कि सरकार मंत्रिमंडल के उपयोग के लिए रखे गए चार हेलीकॉप्टर भी नीलाम करेगी. इनका इस्तेमाल नहीं हो रहा है.

आपको बता दें कि पाकिस्तान का कुल कर्ज बढ़कर पिछले वित्त वर्ष के अंत तक करीब 30 हजार अरब रुपये पर पहुंच गया है. यह पाकिस्तान के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 87 प्रतिशत है.

घटना की वीडियो