Pakistan Public On Hindu: भारत और पाकिस्तान एक साथ साल 1947 में अलग हुए थे. एक तरफ पाकिस्तान ने इस्लाम धर्म को तरजीह देते हुए देश की स्थापना की, दूसरी तरफ भारत ने सेक्युलरिज्म को बढ़ावा देने की कोशिश की. इसका नतीजा ये है कि आज आजादी के 76 सालों बाद भारत में पाकिस्तान के मुकाबले ज्यादा शांति है. हाल ही में पाकिस्तानी यूट्यूबर ने आवाम से हिंदू धर्म को लेकर सवाल जवाब किए. इस पर एक पाकिस्तानी शख्स ने हिंदुओं को लेकर जहर उगलते हुए कहा कि वो हमारे जानी दुश्मन हैं.


पाकिस्तानी शख्स को यूट्यूबर ने एक वीडियो दिखाया, जिसमें कुछ मुसलमान शख्स भारत में रामायण कथा के गीत गा रहे थे. इसको देखते हुए पाकिस्तानी शख्स ने कहा कि ये गलत है. वे लोग मुसलमान होकर हिंदू धर्म की तारीफ कर रहे हैं. उनके धर्म से जुड़े गाने गा रहे हैं. हमारे रिश्ते भारत के साथ सही नहीं हैं. शख्स ने कहा कि हिंदू धर्म के लोग सही नहीं होते हैं. हमें हिंदुओं के लिए कुछ भी सही नहीं बोलना चाहिए. वो चाहे लाख सही काम करे हमें उनकी तारीफ नहीं करना चाहिए.


पाकिस्तानी मुल्क की नींव इस्लाम धर्म
बता दें कि पाकिस्तानी मुल्क की नींव ही इस्लाम धर्म के नाम पर रखी गई थी. वहां मुसलमानों के अलावा किसी भी दूसरे धर्म को बराबर नहीं देखा जाता है. पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद 41 (Article 41) और अनुच्छेद 91 (Article 91) के मुताबिक वहां कोई भी अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति नहीं बन सकता है, जबकि भारत में ऐसा कोई भी कानून नहीं है, जिसकी वजह से कोई उच्च स्थान पर काबिज न हो पाए. इससे साफ झलकता है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति क्या होगी. आजादी के वक्त पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 21 फीसदी थी, जो आज के वक्त में घटकर 1 फीसदी से कम रह गई है.



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