Pakistan On Indian Medicine: पाकिस्तान एक मुस्लिम बाहुल्य देश है. यहां पर लगभग 21 करोड़ मुस्लिम रहते हैं. वहीं अगर हम बात करें देश की आर्थिक स्थिति के बारे में तो मौजूदा समय में पाकिस्तान आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. इसके अलावा भारत से रिश्ते बेहतर न होने की वजह से आधिकारिक तौर पर दोनों देशों के बीच बिजनेस बंद है, जिसके वजह से वहां दवाइयों की भारी किल्लत हो गई है. पाकिस्तान कई जरूरी चीजों के लिए भारत पर ही निर्भर रहता है, जिसमें दवा सबसे ज्यादा जरूरी है.


हाल ही में जब एक पाकिस्तानी यूट्यूबर ने देश में हो रही दवाइयों की किल्लत के बारे में सवाल किया. इस पर एक मुस्लिम मौलाना ने जवाब देते हुए कहा कि हम काफिरों की चीजें इस्तेमाल नहीं करेंगे. कोई भी काफिर मुसलमानों से बढ़कर नहीं है. इस पर यूट्यूबर ने कहा इस वक्त भी काफिरो (इंडिया) की दवाएं इस्तेमाल कर रहे है.


'हमारा ईमान कमजोर है'
भारत की दवाओं के इस्तेमाल पर जब यूट्यूबर ने कहा कि हम अपने ही देश में दवाइयां क्यों नहीं बना लेते. इस पर मौलाना ने कहा कि हमारा ईमान कमजोर है. वहीं दूसरे पाकिस्तानी शख्स ने कहा कि हमे भारत से दवाइयां लेनी चाहिए.



इंसानियत के हवाले से हमें दवाइयां लेनी चाहिए. हम बहुत सी चीजें भारत का इस्तेमाल करते है. फर्क बस इतना है कि भारत से पहले सारी चीजें दुबई जाती है और उसके बाद वो और ज्यादा महंगी होकर पाकिस्तान आती है.


दोनों देशों के कुल 1.35 बिलियन डॉलर की बिजनेस
हाल ही में भारत सरकार की तरफ से जारी किए गए रिपोर्ट के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच आधिकारिक तौर पर ट्रेड बिलकुल बंद है, लेकिन अप्रैल से दिसंबर 2022 के बीच दोनों देशों के कुल 1.35 बिलियन डॉलर की बिजनेस हुई थी. भारत की वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने लोकसभा में लिखित जवाब दिया था.


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