नई दिल्ली: ''जनाजा जितना छोटा होता है..उतना ही भारी होता है...ऐसा ही नन्हा जनाजा कसूर की सड़कों पर रखा हुआ है...और पूरा पाकिस्तान इसकी बोझ तले दबा हुआ है.'' ये बात पाकिस्तान की एक टीवी एंकर ने न्यूज बुलेटिन पढ़ने के दौरान कही और उस वक्त उन्होंने गोद में अपनी बेटी को बैठाया हुआ था. समा न्यूज चैनल के एंकर किरण नाज का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर हुआ और उनकी तारीफ हो रही है.
दरअसल भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में एक सात साल की बच्ची जैनब अंसारी के साथ रेप के बाद हत्या कर दी गई. जिसके बाद पूरे पाकिस्तान में इसका विरोध हो रहा है. वहां की कई बड़ी हस्तियों ने इसकी निंदा की है. इस बीच पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल समा की एंकर किरण नाज ने इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना का नायाब तरीके से विरोध किया. किरण नाज ने न्यूज स्टुडियो में खबर पढ़ने के दौरान गोद में अपनी बेटी को बैठाया हुआ था. बुलेटिन की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा, ''आज मैं किरण नाज नहीं हूं...बल्कि एक मां हूं...इसलिए अपनी बच्ची के साथ बैठी हूं.''
किरण ने कहा, ''इस मुल्क में एक ही झटके में कई दर्जन लोगों का शहीद हो जाना गैरमामूली बात नहीं है. कौन मारता है, क्यूं मारता है इस सवाल का जवाब भी कई बार नहीं मिलता.'' भावुक होकर उन्होंने कहा, ''किसी ने ठीक ही कहा...जनाजा जितना छोटा होता है...उतना ही भारी होता है...ऐसा ही नन्हा जनाजा कसूर की सड़कों पर रखा हुआ है...और पूरा पाकिस्तान इसकी बोझ तले दबा हुआ है.''
न्यूज एंकर की बातों से पता चलता है कि बच्ची के मां-बाप अरब में रहते थे. अपने बुलेटिन में किरण नाज ने आगे कहा, ''अजीब कहानी है इस मजलूम और लाचार बच्ची की..उधर मां-बाप अरब में बैठकर दुआ कर रहे थे..इधर कसूर में कोई दरिंदा उसी की जिंदगी की डोर काट रहा था..उधर मां-बाप जैनब के लिए खिलौने खरीद रहे थे..इधर कोई वहशी उसकी लाश कचरे में फेंक रहा था.'' समा टीवी की न्यूज़ एंकर ने कहा कि ये सिर्फ एक मासूम बच्ची का कत्ल नहीं है बल्कि पूरे इंसानियत का कत्ल है.
वायरल हो रहे इस वीडियो में न्यूज एंकर ने पाकिस्तान की सरकार को भी खरी-खोटी सुनाई. इन्क्वायरी और कमेटी बनने का जिक्र करते हुए किरण नाज ने कहा, ''जैनब को आपके इंसाफ की जरूरत नहीं है..उसका इंसाफ कमायत के दिन उसका अल्लाह करेगा...जब वो अपनी छोटी सी कब्र से उठकर पूछेगी कि मुझे किस जुर्म में मारा है?''
कसूर में बुधवार को नाबालिग का शव बरामद होने के बाद हिंसा भड़क गई. लोगों ने पुलिस पर बच्ची को बचाने के लिए कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया. 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची को आखिरी बार चार जनवरी को अपने घर के समीप रोडकोट इलाके स्थित ट्यूशन की कक्षा लेते वक्त देखा गया था, जिसके बाद से वह लापता हो गई थी.