नई दिल्लीः खस्ताहाल पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की सेहत लगातार बद से बदतर होती चली जा रही है. आलम यह है कि पाकिस्तान सरकार को अब अपनी सड़कें और एयरपोर्ट भी गिरवी रखने पड़ रहे हैं. इस कड़ी में इमरान सरकार ने आधा दर्जन से अधिक सार्वजनिक परिवहन सम्बंधी सम्पत्तियों के बदले कर्ज लेने का फैसला किया है.


पाकिस्तानी मीडिया में सूचना मंत्री फवाद चौधरी के हवाले से छपी खबरों के मुताबिक इस्लामिक बैंकिंग को बढ़ावा देने वाले सुकूक बांड के जरिए धन जुटाया जाएगा. इस कड़ी में इस्लामाबाद एक्सप्रेसवे इस्लामाबाद पेशावर मोटर वे और इस्लामाबाद लाहौर और मुल्तान के एयरपोर्ट गिरवी रखे जाएंगे.


सुकूक बॉण्ड घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के लिए खुले होंगे. हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान में सुकूक बांड के जरिए कर्ज पर धन जुटाया गया हो. नवम्बर 2017 में पाकिस्तान ने बॉन्ड के जरिए 2.5 अरब डॉलर जुटाए थे जिनमें से 1 अरब डॉलर 5 साल की अवधि के लिए जारी सुकूक बॉण्ड के सहारे जमा हुए थे.


साथ ही माना जा रहा है कि पाक सरकार बजट घाटे को पाटने के लिए बांड के जरिए धन जुटाने की है. सुकूक दरअसल, शरिया सम्मत कर्ज प्रणाली है जिसमें कर्ज से होने वाली आय को जहां हलाल माना जाता है वहीं उसके जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल भी हलाल कामों में ही किया जाता है.


मुस्लिम बहुल देशों में सुकूक बॉन्ड आसान कर्ज का जरिया बन रहे हैं. बीते दिनों सऊदी अरब की अरामको तेल कम्पनी ने डॉलर की बहुलता वाले सुकूक बांड जारी करने का ऐलान किया है.