पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी पर निशाना साधते हुए कहा कि सियासत में उनके अभी तक दूध के दांत नहीं निकले और वो ओआईसी के खिलाफ धरना देने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘बिलावल शक्ल देखो अपनी. आप ओआईसी के खिलाफ धरना देंगे?’
बता दें बिलावल भुट्टो ने शनिवार को धमकी दी थी कि अगर सोमवार तक अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की अनुमति नहीं दी गई तो फिर वो देखेंगे कि ओआईसी की बैठक कैसे होती है. बिलावल के इस बयान की विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने आलोचना की थी.
विपक्ष ने दी सफाई
हालांकि बाद में विपक्ष ने बिलावल भुट्टो के बयान पर सफाई देते हुए एक संयुक्त बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि ओआईसी के सभी मेहमानों का पाकिस्तान आगमन पर वो दिल से स्वागत करते हैं.
विपक्ष ने कहा कि उसने अपने लॉन्ग मार्च की तारीख़ में बदलाव किया है और सभी समर्थकों 25 मार्च से पहले इस्लामाबाद में दाख़िल न होने को कहा है. विपक्ष के मुताबिक ओआईसी की बैठक देखते हुए उसने ऐसा किया है.
पाकिस्तान में राजनीतिक हालात नाजुक
बता दें पाकिस्तान में राजनीतिक स्थिति 8 मार्च के बाद खराब हो गई है जब विपक्षी दलों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव सौंपा गया था. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के लगभग 100 सांसदों ने आठ मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय में एक अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. अविश्वास प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है.
अविश्वास प्रस्ताव के लिए नेशनल असेंबली का सत्र 21 मार्च को बुलाए जाने की उम्मीद है और मतदान 28 मार्च को होने की संभावना है.
दूसरी तरफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से से पहले सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के करीब दो दर्जन सांसदों ने बगावती तेवर अपना लिए हैं. हालांकि, इमरान खान नीत सरकार ने विपक्षी दलों पर सांसदों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया है.
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