वॉशिंगटन: अमेरिका के रक्षा मंत्री के तौर पर नामित किए गए लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि बाइडेन प्रशासन का लक्ष्य भारत के साथ अमेरिका की रक्षा साझेदारी को और मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर –ए- तैयबा के खिलाफ पाकिस्तान की कार्रवाई की प्रोग्रेस अधूरी है. ऑस्टिन ने कहा है कि पाकिस्तान की जमीन पर आतंकवादियों को पनाह नहीं मिले, इसके लिए भी पाकिस्तान पर दबाव बनाया जाएगा.


जो बाइडेन की तरफ से रक्षा मंत्री के तौर पर नामित किए गए सेवानिवृत्त जनरल लॉयड ऑस्टिन मंगलवार को अपने नाम की पुष्टि लिए सीनेट आर्म्ड कमेटी के सामने पेश हुए. इसी दौरान कहा, "यदि रक्षा मंत्री के तौर पर मेरे नाम की पुष्टि की जाती है मेरा लक्ष्य भारत के साथ हमारे रक्षा संबंधों को और मजबूत करना होगा."


भारत के साथ रक्षा संबंधों को मजबूत करने का होगा प्रयास
ऑस्टिन ने एक सवाल के जवाब में कहा, "मैं आगे भारत के 'प्रमुख रक्षा साझेदार' के दर्जे को बरकरार रखूंगा. अमेरिका और भारतीय सेना के आपसी हितों के लिए सहयोग मजबूत करना जारी रखूंगा." ऑस्टिन ने कहा कि वे क्वाड सिक्योरिटी डयलॉग और अन्य क्षेत्रीय बहुपक्षीय एंगेमेंट्स के माध्यम से भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत और व्यापक बनाने की भी कोशिश करेंगे.


आतंकियों के खिलाफ पाकिस्तान की कार्रवाई अधूरी
ऑस्टिन ने कहा कि उनको लगता है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया के समर्थन में अमेरिकी अनुरोधों को पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे भारतीय विरोधी ग्रुप्स के खिलाफ भी कार्रवाई की है लेकिन यह प्रोग्रेस इनकप्लीट है.

ऑस्टिन ने कहा कि सुरक्षा सहायता सस्पेंशन के अलावा कई कारक पाकिस्तान के सहयोग को प्रभावित कर सकते हैं, जिसमें अफगानिस्तान वार्ता जैसी चीजें भी शामिल हैं. गौरतलब है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2018 में आंतक के खिलाफ मजबूत कार्रवाई के अभाव में पाकिस्तान को सभी वित्तीय और सुरक्षा सहायता सस्पेंड कर दी थी.


आतंक के लिए पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल रोकने के लिए बनाया जाएगा दबाव
ऑस्टिन ने कहा कि वे पाकिस्तान पर अपने जमीन को आतंकवादियों और हिंसक चरमपंथी संगठनों के लिए इस्तेमाल रोकने का दबाव बनाएंगे. उन्होंने कहा कि अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट खोरासान प्रांत (ISIS-K) को हराने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के साथ काम करने की भी जरूरत है.


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