इस्लामाबाद: पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के नेतृत्व में हुई कैबिनेट की पहली बैठक में ‘कश्मीर निवासियों की आत्मनिर्णय की लड़ाई’ को देश के ‘नैतिक और राजनयिक (diplomatic) समर्थन’ का आश्वासन दिया गया.


एक आधिकारिक प्रेस रिलीज़ के अनुसार प्रधानमंत्री अब्बासी ने बैठक के दौरान भविष्य की योजनाओं की रूप रेखा बनाते हुए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा शुरू की गई ‘प्रगति और लोकतंत्र’ की यात्रा को जारी रखने का वादा किया. अब्बास ने 32 प्वाइंट्स का एक एजेंडा पेश किया जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी.


प्रधानमंत्री ने दोहराया कि 50 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे, बिजली की कटौती से बचने के लिए पावर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, इकनॉमी को वापस पटरी पर लाने का काम और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई समेत सभी परियोजनाओं पर जोर-शोर से काम किया जाएगा.


अब्बासी ने ‘कश्मीर निवासियों की आत्मनिर्णय की लड़ाई’ में वहां के लोगों को पाकिस्तान के ‘नैतिक और राजनयिक सहयोग’ का भरोसा दिलाया. उन्होंने अगले 10 महीनों में 10 साल की विकास योजनाएं पूरा करने का भी संकल्प लिया. उन्होंने सरकारी विभागों में दक्षता बढ़ाने के लिए तकनीक के इस्तेमाल को प्रोत्साहित किया.