पाक के नए पीएम अब्बासी के मंत्रिमंडल ने ली शपथ, 'दागी' डार को मिला वित्त मंत्रालय
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के मंत्रिमंडल ने शपथ ले ली. ख्वाजा आसिफ को विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है. साल 2013 के बाद पाकिस्तान में पहली बार पूर्णकालिक विदेश मंत्री बना है.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के मंत्रिमंडल ने शपथ ले ली. ख्वाजा आसिफ को विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है. साल 2013 के बाद पाकिस्तान में पहली बार पूर्णकालिक विदेश मंत्री बना है. राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने यहां राष्ट्रपति भवन में मंत्रिमंडल के नए सदस्यों को शपथ दिलाई. 27 मंत्रियों और 18 राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है.
नए मंत्रिमंडल में बड़ी संख्या में पुराने चेहरों को स्थान दिया गया है लेकिन कुछ नए नेताओं को मंत्री और राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ के साथ अब्बासी की छह घंटे की बातचीत के बाद कैबिनेट के सदस्यों और उनके विभागों को अंतिम रूप दिया गया.
शरीफ सरकार में रक्षा मंत्री रहे आसिफ अब पाकिस्तान के नए विदेश मंत्री होंगे. साल 2013 से पाकिस्तान में कोई पूर्णकालिक विदेश मंत्री नहीं था. इससे पहले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की सरकार में हिना रब्बानी खार विदेश मंत्री थीं.
पूर्व योजना मंत्री अहसन इकबाल गृह मंत्री की भूमिका संभालेंगे. इसहाक डार इस सरकार में भी वित्त मंत्री होंगे. खुर्रम दस्तगीर खान की जगह पर परवेज मलिक नए वाणिज्य (Commerce) मंत्री होंगे. दस्तगीर खान देश के रक्षा मंत्री होंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने डार के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने का आदेश दिया था, इसके बावजूद उनको वित्त मंत्री बनाया गया है. मरियम औरंगजेब इस सरकार में भी सूचना राज्य मंत्री होंगी.
रिपोर्ट के अनुसार पूर्व गृह मंत्री निसार अली खान को नए मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है क्योंकि पार्टी लीडरशिप के साथ मतभेदों के कारण उन्होंने मंत्रिमंडल में शामिल होने से इनकार कर दिया था.
इसहाक डार के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद उनके पास वित्त मंत्रालय बना हुआ है. शपथ लेने वाले नए चेहरे हैं दानियाल अजीज, तलाल चौधरी, अरशद लेगारी और जुनैद अनवर चौधरी शामिल हैं.
प्रधानमंत्री अब्बासी ने दो दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मरी स्थित आवास पर मुलाकात की थी. पनामा पेपर मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से पद के अयोग्य ठहराए जाने के बाद शरीफ सरकारी आवास खाली करके मरी स्थित आवास में रह रहे हैं.