इस्लामाबाद: पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान आज दो सहायकों के साथ अपने नए मकान में शिफ्ट हो गए. यह सैन्य सचिव का तीन कमरों वाला मकान है. जियो न्यूज की खबर के मुताबिक पाकिस्तानी पीएम इमरान खान आज सैन्य सचिव के आधिकारिक आवास में शिफ्ट हो गए. इससे एक दिन पहले कल उन्होंने ऐलान किया था कि वह विशाल प्रधानमंत्री आवास में नहीं रहेंगे. उन्होंने सरकारी खर्च में कटौती का संकल्प जाहिर किया है.


सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि उनकी जान को खतरा


पाकिस्तान के नए पीएम इमरान खान ने राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में देश के खर्चे के साथ ही अपने ऊपर होने वाले खर्चे में भी कटौती करने की घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि वह बानीगाला में अपने आवास में रहना चाहते थे लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि उनकी जान को खतरा है इसलिए वह यहां रह रहे हैं.


पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के शपथ ग्रहण करने से पहले उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने कहा था कि पंजाब स्थित मुख्यमंत्री के ऐनेक्स का इस्तेमाल प्रधानमंत्री के आवास के रूप में किया जाएगा. हालांकि बाद में खान ने सुरक्षा कारणों से सैन्य सचिव के आवास में रहने का फैसला किया. पाक प्रधानमंत्री का नया आवास पीएम हाउस कॉलोनी में स्थित है और मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक वह रविवार से बानीगाला में रहा करेंगे.


18 अगस्त को ली थी पीएम पद की शपथ


क्रिकेट से सियासत का 22 साल लंबा सफर तय करने के बाद इमरान खान ने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में इस महीने की 18 तारीख को पद और गोपनीयता की शपथ ली थी. पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन ‘एवान-ए-सद्र’ में आयोजित एक सादे समारोह में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख 65 वर्षीय खान को राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने पद की शपथ दिलाई.


पड़ोसी देशों से संबंध सुधारना चाहते हैं इमरान


 पाकिस्तान में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बार देश को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा है कि "हम सभी पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं. जरूरत शांति की है, इसके बिना हम पाकिस्तान की स्थिति नहीं सुधार सकते." ग़ौरतलब है कि सीमा पर पाकिस्तानी रेंजर्स की फायरिंग और आतंकवादी घटना को अंजाम देने और आतंकवादियों को शरण देने जैसे मसलों की वजह से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते काफी तल्खी भरे रहे हैं. पूर्ववर्ती पीएमएल (एन) की सरकार में ये तल्खी और बढ़ी. पाकिस्तान लगातार चीन के साथ रहा. हालांकि इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद अब भारत के प्रति उनके रुख का इंतजार है.