Palestine Earthquake: तुर्किए और सीरिया में सोमवार (6 फरवरी) को आए विनाशकारी भूकंप के बाद अब फिलिस्तीन (Palestine) में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई है. अधिकारियों का कहना है कि फिलिस्तीन में आए इस भूकंप का केंद्र नब्लस शहर से 13 किमी उत्तर में था जिसकी गहराई 10 किमी थी. 


वहीं, तुर्किए-सीरिया में भूकंप से अब तक 8 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है जबकि, 35 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. भूकंप के चलते 6 हजार से ज्यादा इमारतें तबाह हो गई हैं और 3 एयरपोर्ट पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं. तुर्किए के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन (Recep Tayyip Erdoğan) ने एक बयान में कहा, दुनिया के 70 देशों से अब तक राहत-बचान अभियान में मदद की पेशकश मिल चुकी है. राष्ट्रपति ने मदद देने वाले देशों का शुक्रिया अदा किया. 


30 बेड वाला फील्ड हॉस्पिटल भेजा भारत ने भेजा


भारत ने भी तुर्किए की मदद करते हुए स्वास्थ्यकर्मियों और जरूरी उपकरणों के साथ 30 बेड वाला फील्ड हॉस्पिटल (Field Hospital) भेजा. 45 मेंबर्स वाली मेडिकल टीम (Medical Team) तुर्किए भेजी गई. साथ ही भूकंप के एपिसेंटर रहे गाजियंतेप (Gaziantep) के करीब NDRF की टीम तैनात रहेंगी.


तुर्किए के राजदूत ने एक बयान में कहा, जब हमने अंतरराष्ट्रीय मदद की मांग की तो भारत प्रतिक्रिया देने वाले पहले देशों में से एक था. 'दोस्त' ही एक-दूसरे की मदद करते हैं, तुर्की ने कोविड के समय में चिकित्सकीय मदद के लिए भारत कैरियर्स भेजे थे. 


2.3 करोड़ लोग... - WHO


वहीं, कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के चलते तुर्किए में राहत-बाचाव कार्य में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. माइनस में डिग्री होने के बावजूद राहतकर्मी मलबे में दबे लोगों को निकालने का कार्य जारी रखे हुए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से कहा गया है, भूकंप से तुर्किए और सीरिया में कम से कम 2.3 करोड़ लोग किसी ना किसी तरह प्रभावित हो सकते हैं.


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