Pandora Papers Leaks: पनामा पेपर लीक के बाद अब पैंडोरा पेपर लीक ने दुनिया भर में हलचल मचा दी है. इस लीक से सबसे बड़ा खुलासा पाकिस्तान को लेकर हुआ है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कई मंत्रियों के नाम इसमें शामिल हैं. पैंडोरा पेपर लीक ने दुनियाभर के कई बड़ी हस्तियों के गुप्त वित्तीय लेन-देन का खुलासा कर हलचल पैदा कर दी है.
इमरान के करीबियों के अच्छे दिन आए?
करीब पांच साल पहले पनामा पेपर लीक में दुनियाभर की कई हस्तियों के नाम टैक्स चोरी के मामले में सामने आए थे. इसके करीब दो साल बाद पाकिस्तान के लीजेंडरी क्रिकेटर इमरान खान बड़े बड़े वादे कर पाकिस्तान की सत्ता में आए. उन्होंने पाकिस्तान की जनता को 'नया पाकिस्तान' बनाने का सपना दिखाया था. हालांकि ये सपना पूरा होता नजर तो नहीं आ रहा है, लेकिन उनके करीबियों के अच्छे दिन जरूर आ गए.
इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स यानि आईसीआईजे की एक जांच में ये बाच सामने आई है. ICIJ की जांच द पेंडोरा पेपर्स को 117 देशों के 600 पत्रकारों ने दो साल तक खोजबीन कर निकाला है, जिसमें लगभग 1 करोड़ 19 लाख दस्तावेज हैं.
पैंडोरा पेपर्स में करीब 700 पाकिस्तानियों के साथ इमरान खान के करीबियों के नाम भी शामिल होने की खबर हैं, जिनकी संपत्तियों के विदेशों में जाली कंपनियों की शक्ल में होने का आरोप है.
पैंडोरा पेपर के मुताबिक-
- पाकिस्तान के वित्त मंत्री शौकत तारिन
- जल संसाधन मंत्री मूनिस इलाही
- सीनेटर फैसल वावडा
- इशक डार के बेटे, पीपीपी के शारजील मेमन
- उद्योग और उत्पादन मंत्री खुसरो बख्तियार का परिवार
- और पीटीआई नेता अब्दुल अलीम खान इसमें सबसे प्रमुख हैं.
जांच करके करेंगे उचित कार्रवाई- इमरान खान
इनके अलावा Axact के CEO शोएब शेख और कुछ मीडिया कंपनियों के मालिकों का नाम भी इसमें हैं. अब अपने दागी मंत्रियों के नाम उजागर होने के बाद इमरान खान जांच का दावा कर रहे हैं. इमरान खान ने कहा है कि मेरी सरकार पैंडोरा पेपर में शामिल हमारे सभी नागरिकों की जांच करेगी और अगर कोई गलत काम करते हुए पाया जाता है तो हम उचित कार्रवाई करेंगे.
पैंडोरा पेपर लीक में कई देशों की बड़ी हस्तियों के नाम भी शामिल
हालांकि इस पिटारे से सिर्फ पाकिस्तान की बड़ी हस्तियों के नाम ही नहीं शामिल नहीं है बल्कि कई देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उद्दयोगपतियों के साथ कई नौकरशाहों के नाम भी शामिल है. इस लिस्ट में यूक्रेन, केन्या और इक्वाडोर के राष्ट्रपति, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमर पुतिन के साथ साथ अमेरिका, तुर्की जैसे कई देशों के 130 से ज्यादा अरबपतियों के नाम शामिल हैं.