वॉशिंगटन: चार अमेरिकी भारतीयों सहित करीब आधा दर्जन प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों ने महात्मा गांधी को मरणोपरांत प्रतिष्ठित ‘कांग्रेसनल गोल्ड मेडल’ से सम्मानित करने का प्रस्ताव संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में पेश किया है. उन्होंने कहा है कि शांति और अहिंसा को प्रोत्साहित करने में महात्मा गांधी के योगदान को देखते हुए उन्हें ‘कांग्रेसनल गोल्ड मेडल’ से सम्मानित किया जाए.
अमेरिकी संसद (कांग्रेस) की सदस्य कैरोलिन मलोनी ने 23 सितंबर को प्रतिनिधि सभा में प्रस्ताव संख्या एचआर6916 पेश किया, जिसमें भारतीय मूल के चार सांसदों-एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमीला जयपाल-ने उनका समर्थन किया.
भारत एवं भारतीय-अमेरिकियों पर संसदीय कॉकस की मौजूदा सह-अध्यक्ष तुलसी गबार्ड ने भी इस प्रस्ताव को पेश किए जाने में अपना समर्थन दिया. यह प्रस्ताव वित्तीय सेवा समिति और सदन की प्रशासन समिति को भेजा गया है ताकि जरूरी कार्रवाई की जा सके.
‘कांग्रेसनल गोल्ड मेडल’ अमेरिकी संसद की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह सम्मान अब तक बहुत कम विदेशियों को दिया गया है, जिनमें मदर टेरेसा (1997), नेल्सन मंडेला (1998), पोप जॉन पॉल-द्वितीय (2000), दलाई लामा (2006), आंग सान सू ची (2008), मुहम्मद युनूस(2010) और शिमोन पेरेज (2014) शामिल है.
अगस्त में न्यूयॉर्क में हुई लोकप्रिय ‘इंडिया डे परेड’ के दौरान मलोनी की ओर से इस प्रस्ताव के बाबत घोषणा की गई थी. उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी के अहिंसक प्रतिरोध के ऐतिहासिक सत्याग्रह आंदोलन ने एक देश और पूरे विश्व को प्रेरित किया. उनका उदाहरण हमें इस ऊर्जा से भर देता है कि हम दूसरों की सेवा में खुद को समर्पित करें.
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