टोक्यो: लंबे समय से बिमार चल रहे जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिंजो आबे नहीं चाहते हैं कि उनकी वजह से सरकार को कोई समस्या हो. इससे पहले आबे ने 2007 में भी अचानक अपने स्वास्थ्य के कारण अपने पहले कार्यकाल से इस्तीफा दे दिया था. प्रधानमंत्री के इस्तीफे की घोषणा के बाद अब जापान की सत्तारूढ़ पार्टी 15 सितंबर के आसपास प्रधानमंत्री शिंजो आबे के उत्तराधिकारी का चुनाव होगा.
सबसे ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री रहने का इतिहास
आबे 2006 में 52 साल की उम्र में जापान के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने थे लेकिन एक साल बाद ही स्वास्थ्य संबंधी कारणों की वजह से वह पद से हट गए. इसके बाद दिसंबर, 2012 में आबे सत्ता में लौटे. आबे ने जापान के इतिहास में लगातार सबसे ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री रहने का इतिहास बनाया है. इससे पहले 2,798 दिनों तक पद पर रहने का रिकॉर्ड इसाकु सातो के नाम था.
आबे से पहले जापान की ऐसी छवि बनी हुई थी कि यहां के प्रधानमंत्री का कार्यकाल बेहद कम होता है. जापान ने आबे के शासनकाल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मजबूत संबंध देखे, लेकिन आबे के कट्टर राष्ट्रवाद की नीति ने कोरिया और चीन को नाराज करने का काम किया.
आबे ने जापान को मंदी से बाहर निकाला, लेकिन देश की अर्थव्यवस्था के सामने कोरोना वायरस महामारी के चलते एक नया संकट पैदा हुआ है. आबे अमेरिका द्वारा तैयार किए गए युद्ध विरोधी एवं शांतिवादी संविधान को औपचारिक तौर पर दोबारा लिखे जाने का लक्ष्य अपने कार्यकाल में पूरा नहीं कर सके क्योंकि इसपर उन्हें आम जन का ज्यादा समर्थन नहीं मिल सका.
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