Pentagon Document Leaks: अमेरिकी खुफिया विभाग द्वारा जुटाए गए बेहद गोपनीय दस्तावेज लीक हो गए हैं. उन दस्तावेज़ों से पता चलता है कि अमेरिका को चीन के जासूसी गुब्‍बारों के बारे में मालूम चल गया था. इसके अलावा उसे फरवरी 2022 से रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के बाद या उसके हमले में तेजी के बीच चीन के ताइवान को लेकर रचे जाने वाले षड्यंत्र की भी भनक लग गई थी.


अमेरिकी विभाग पेंटागन के ऐसे अहम खुफिया राज वाले गोपनीय दस्तावेज लीक करने के मामले में गुरुवार को, अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के अधिकारियों ने मैसाचुसेट्स एयर नेशनल गार्ड के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान 21 वर्षीय जैक टेक्सेरा के रूप में की गई. उसके आवास पर छापा मारकर और दस्तावेजों को जब्‍त करने की कार्रवाई की जा रही है. जैक टेक्सेरा साइबर सुरक्षा विभाग में काम करता था. पता चला है जैक एक ऑनलाइन गेमिंग चैट समूह का लीडर भी था और उसने गेमिंग चैट ग्रुप में ही फाइलें लीक की थी.




21 साल के एक लड़के ने लीक किए पेंटागन के राज
ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 21 वर्षीय जैक पर जासूसी अधिनियम के तहत आरोप लगाया जाएगा. उसने अमेरिका के सैन्य रहस्यों के साथ-साथ उनसे जुड़ी सहयोगियों के संबंधों का खुलासा करने वाले क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट को भी शेयर किया है. उन डॉक्यूमेंट्स से पता चलता है कि अमेरिका को चीन के ऐसे कम से कम चार गुब्बारों के बारे में पता था, जिनमें से एक को जासूसी के शक में फरवरी में मार गिराया गया था.


जैक की करतूतों के कारण सोशल मीडिया पर फरवरी-मार्च के महीने में "सीक्रेट" और "टॉप सीक्रेट" के रूप में लेबल किए गए 50 से अधिक दस्तावेज सामने आए. इन दस्तावेजों में कथित तौर पर कुछ अमेरिकी सहयोगियों और विरोधियों की सैन्य क्षमताओं के बारे में जानकारी है.


चीन ने माना- गुब्‍बारा उसका था
उधर, जबकि चीन ने इस बात को स्वीकार किया था कि जिस विशाल गुब्‍बारे को फरवरी में अमेरिका ने मार गिराया था, वो गुब्बारा उनका था, तब से चीन और अमेरिका में तनाव व्‍याप्‍त है. अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने चीन पर बड़े-बड़े गुब्‍बारों के जरिए जासूसी करने के आरोप लगाए हैं, लेकिन चीन ने जासूसी के आरोपों की निंदा की है. चीन की ओर से संभावित जासूसी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे गुब्बारे के बारे में अमेरिका के संदेह की निंदा करते हुए, बीजिंग स्थित चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनका वो गुब्‍बारा मौसम का डेटा एकत्र कर रहा था और वो रास्‍ता भटककर अमेरिका की ओर चला गया था.


अमेरिका को 4 चाइनीज बैलून के बारे में पता था
अब, लीक हुए दस्तावेजों से पता चलता है कि अमेरिकी अधिकारियों को चार चीनी गुब्बारों के बारे में जानकारी थी, और वे गुब्‍बारे जासूसी करने के लिए ही आसमान में उड़ रहे थे. दस्तावेजों के मुताबिक, एक गुब्बारा प्रशांत महासागर में स्थित एक अमेरिकी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के ऊपर से उड़ा, लेकिन इस घटना की खबरें नहीं आ पाईं. लीक हुई खुफिया जानकारी में यह भी कहा गया है कि दूसरा गुब्बारा दक्षिण चीन सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, और एक खास बात यह भी थी कि अमेरिकी अधिकारियों के पास फरवरी में मार गिराए गए चीनी गुब्बारों के बारे में कई सवाल थे, जिन्हें चीनी सरकार से पूछा जाना था. 


लीक हुए दस्तावेजों में गुब्बारों को "बुल्गर-21" और "एकार्डो-21" के रूप में पहचाना गया था. अमेरिकी खुफिया विभाग के एक अधिकारी नाम न जाहिर करने की शर्त पर द वाशिंगटन पोस्ट को बताया कि उन गुब्बारों को A टू Z तक नाम दिया गया था.


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