India-Canada Row: पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने हरदीप सिंह निज्जर की तुलना ओसामा बिन लादेन से की, कहा-' उसके हाथों में लगा था खून'
India-Canada: पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रूबिन ने कहा कि उन्हें लगता है कि पीएम ट्रूडो ने बहुत बड़ी गलती की है. उन्होंने जो आरोप लगाए हैं, उसका सबूत वो खुद नहीं दे पाएंगे.
India-Canada Diplomatic Row: पेंटागन (Pentagon) के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन (Michael Rubin) ने कहा है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने यह आरोप लगाकर बहुत बड़ी गलती की है कि खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के साथ भारत का संबंध था. उन्होंने इस तरह से आरोप लगाए हैं कि वह इसका समर्थन नहीं कर पाएंगे. उनके पास सरकार के खिलाफ लगाए गए आरोपों का समर्थन करने के लिए सबूत नहीं है. इसमें कुछ तो बात है, ऐसे में उन्हें यह बताने की जरूरत है कि यह कनाडा सरकार एक आतंकवादी को क्यों पनाह दे रही है.
आपको बता दें कि माइकल रुबिन अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के फेलो भी हैं, जहां वह ईरान, तुर्की और दक्षिण एशिया में विशेषज्ञ है. प्रधानमंत्री ट्रूडो की तरफ से उठाए गए मुद्दे पर रुबिन ने कहा कि उनका मतलब क्या था. ऐसा जरूरी नहीं है कि इस (लगाए गए आरोपों) पर हर किसी की आम सहमति हो. हमें खुद को मूर्ख नहीं बनाना चाहिए.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, माइकल रुबिन ने हरदीप सिंह निज्जर के संदर्भ में ओसामा बिन लादेन से तुलना करते हुए कहा कि निज्जर केवल एक प्लंबर नहीं था और न ही ओसामा बिन लादेन एक इंजीनियर. उसके हाथों पर खून लगा था.
वोलोडिमिर जेलेंस्की के सामने कही बात
जस्टिन ट्रूडो ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत के संबंध में कहा कि कनाडा ने उन विश्वसनीय आरोपों को साझा किया है, जिनके बारे में मैंने सोमवार को बात की थी.
#WATCH | Washington, DC | On allegations by Canada, Michael Rubin, former Pentagon official and a senior fellow at the American Enterprise Institute says, "... I suspect that the United States doesn't want to be pinned in the corner to choose between 2 friends, but if we have to… pic.twitter.com/tlWr6C6p7e
— ANI (@ANI) September 23, 2023
उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ रचनात्मक रूप से काम करने के लिए वहां हैं और हमें उम्मीद है कि वे हमारे साथ जुड़ेंगे ताकि हम इस गंभीर मामले की तह तक पहुंच सकें. आपको बता दें कि 18 जून को कनाडा के सरे में आतंकवादी निज्जर को एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मार दी गई थी.