America Reaction on Chinese Spy Balloon: अमेरिका ने चीनी जासूसी गुब्बारे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उसने कहा है कि इस जासूसी गुब्बारे ने किसी भी तरह का कोई डाटा इकट्ठा नहीं किया. बता दें कि अमेरिका ने इसी साल अपने क्षेत्र में उड़ रहे एक चीनी गुब्बारे को मार गिराया था और ड्रैगन पर आरोप लगाया था कि उसने ये गुब्बारा जासूसी करने के मकसद से भेजा था.


पेंटागन के प्रवक्ता पैट राइडर ने कहा, ''हमारा मानना है कि जब चीनी जासूसी गुब्बारा संयुक्त राज्य अमेरिका के ऊपर से गुजर रहा था, तब इसने कोई डाटा इकट्ठा नहीं किया था.''   राइडर ने आगे कहा कि अमेरिका ने बैलून द्वारा खुफिया जानकारी इकट्ठा करने की घटना को कम करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं. 


इलेक्ट्रॉनिक्स के बड़े पेलोड के साथ एक बड़ा गुब्बारा इस साल जनवरी के अंत से फरवरी की शुरुआत तक उत्तर-पश्चिम में अलास्का से लेकर पूर्व में दक्षिण कैरोलिना तक संयुक्त राज्य अमेरिका के ऊपर से गुजरा था. यह गुब्बारा संवेदनशील सैन्य प्रतिष्ठानों के ऊपर से उड़ता हुआ गया था. इसके बाद इस बात का संदेह जताया गया कि बीजिंग ने महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए वो गुब्बारा अमेरिका भेजा था.  अमेरिका ने इस चीनी गुब्बारे को 4 फरवरी को साउथ कैरोलिना तट के पास मार गिराया गया था. अमेरिकी सेना ने इस गुब्बारे को मार गिराने के बाद इसे अटलांटिक महासागर से बरामद किया. अब इसमें मिली चीजों का वो अध्ययन कर रही है.


अमेरिका और चीन के संबंधों में बढ़ा था तनाव 


इस घटना के बाद बीजिंग और वाशिंगटन के बीच संबंध और तल्ख हो गए. अमेरिका के राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन ने फरवरी (2023) में चीन की अपनी लंबे समय से नियोजित यात्रा को रद्द कर दिया था, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों में सुधार करना था. वहीं चीन ने इस बात से इनकार किया था कि गुब्बारा खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए था. चीन ने अपनी साफाई में कहा था कि यह अमेरिकी हवाई क्षेत्र में रास्ता भटकने की वजह से पहुंच गई थी. 


हालांकि इस महीने यानि जून की शुरूआत में, एंटनी ब्लिंकन बीजिंग की यात्रा पर गए थे. इस दौरान जासूसी गुब्बारे को लेकर दोनों देशों के बीच कोई बात नहीं हुई थी.