यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के बीच अफरातफरी और दहशत का माहौल है. ऐसे में दिल्ली के वसंत विहार स्थित यूक्रेन एंबेसी के बाहर तमाम फूल, खिलौने और संदेश देखे गए जिनमें शांति की अपील की गई है. एक 10 साल के छोटे ने यूक्रेन में रहने वाले अपने दोस्त के नाम एक पत्र लिखा है.


इस पत्र में बच्चे ने अपने दोस्त को हौसला दिया. बच्चे ने लिखा, "मैं 10 साल का हूं और मेरा नाम अनंत है. मैं लगातार यूक्रेन की खबरे पढ़ सुन रहा हूं. हम सब दुआ कर रहे हैं कि वहां संकट जल्द खत्म हो. तुम सबर रखना और अपनी मम्मी-पापा के साथ हर कदम पर सहयोग करना. सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा और फिर तुम्हे ये बुरे सपने जैसा लगेगा!" जागि है कि युद्ध के दौरान मानवता को भारी नुकसान पहुंचता है.


खारकीव में तबाही 


बता दें, आठ दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध जारी है. यूक्रेन में पिछले एक हफ्ते से हो रहे रूसी सैन्य कार्रवाई से तबाही हर रोज बढ़ती जा रही है. यूक्रेन के अन्य शहरों की तरह खारकीव (Kharkiv) में हालात बेहद खराब हैं. यूक्रेन पर रूस के ताबड़तोड़ हमलों के रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) पर युद्ध अपराध का मुकदमा चलाने की मांग हो रही है. ये मांग सबसे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने उठाई और अब बहुत से देश इसकी मांग कर रहे हैं. रूस के खिलाफ वॉर क्राइम का मामला चलाने की मांग के साथ ही कार्रवाई भी शुरु हो चुकी है. युद्ध अपराधों की जांच अब इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट करेगी, जिसका ऐलान ICC के चीफ प्रॉसिक्यूटर करीम खान ने किया है.


यूक्रेन शरणार्थियों की संख्या जल्द 10 लाख तक पहुंचने की संभावना


संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि पिछले हफ्ते रूस द्वारा किये गये हमले के बाद से यूक्रेन के आठ लाख 74 हजार से अधिक लोग देश छोड़कर भाग चुके हैं और इस आंकड़े में ‘गुणात्मक बढ़ोतरी’ हो रही है और कुछ घंटों के बाद इस संख्या के 10 लाख को पार कर जाने की उम्मीद है. यूएनएचसीआर की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने कहा कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से वाले पड़ोसी देशों में लोगों का भागकर जाना जारी है और मंगलवार से दो लाख से अधिक लोगों ने यूक्रेन की सीमा पार की है. एक दिन पहले ही मंटू ने आगाह किया था कि यूक्रेन से लोगों का पलायन इतने बड़े पैमाने पर जारी है कि यह इस सदी का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट होगा. उन्होंने कहा कि यूएनएचसीआर ने पहले अनुमान लगाया था कि यूक्रेन से 40 लाख लोग पलायन कर सकते हैं, लेकिन एजेंसी अपने पूर्वानुमान का पुनर्मूल्यांकन करेगी. ताजा आंकड़े दर्शाते हैं कि आधे से अधिक अर्थात करीब चार लाख 54 हजार लोग पोलैंड और एक लाख 16 हजार से अधिक हंगरी गये हैं और 79,300 ने मोल्दोवा में शरण ली है. कुल 69,000 लोग अन्य यूरोपीय देश गये हैं तो 67,000 लोगों ने स्लोवाकिया का रुख किया है.


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