Peru Political Crisis: पेरू में पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो के समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच एक महीने से अधिक समय से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन चल रहा है. अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने एक बयान में यह जानकारी दी है कि इस हिंसा के दौरान 41 नागरिकों और एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई है.


531 लोग घायल


समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने शुक्रवार देर रात जारी बयान के हवाले से कहा कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान, विशेष रूप से पेरू के दक्षिणी क्षेत्र में 355 नागरिकों और 176 राष्ट्रीय पुलिस एजेंटों सहित 531 लोग घायल हो गए, जबकि 329 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.


संघर्षों से जूझ रहा पेरू


बता दें कि दक्षिण अमेरिकी देश पेरू कई वर्षों से राजनीतिक अस्थिरता की वजह से संघर्षों से जूझ रहा है. पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो भ्रष्टाचार से संबंधित जांच का सामना कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी वामपंथी विचारधारा वाले पेड्रो कैस्टिलो को हटाने से नाराज हैं और वो चाहते हैं कि डीना बोलुआर्टे इस्तीफा दें और देस में तुरंत नए चुनाव करवाए जाएं. पेरू में चुनाव साल 2024 में होने वाले थे, जो अब बढ़ाकर 2026 कर दिया गया है. कैस्टिलो के समर्थकों ने बोलुआर्टे को इस्तीफा देने के लिए कहा और कैस्टिलो की रिहाई के साथ-साथ राष्ट्रपति और कांग्रेस के चुनावों की मांग की.


30 दिन के लिए आपातकाल की घोषणा


14 दिसंबर को नए राष्ट्रपति ने हिंसा को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी 30-दिवसीय आपातकाल की घोषणा कर दी थी. अयाचूचो में, एक क्षेत्र जिसने दिसंबर में सबसे अधिक तबाही मचाई, पुलिस ने गुरुवार की रात अयाचूचो पीपुल्स डिफेंस फ्रंट के अध्यक्ष रोशियो लिएंड्रो मेलगर को गिरफ्तार कर लिया. बयान में कहा गया है कि हिंसक कृत्यों के लिए मेलगर की जांच की जा रही है. अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने कहा कि उसने जिम्मेदारी निर्धारित करने के लिए मौतों की आठ जांच शुरू की है.


यह भी पढ़ें: Russia Ukraine War: यूक्रेन को स्क्वाड्रन टैंक भेजेगा ब्रिटेन, PM ऋषि सुनक ने किया फैसला