Peru Political Crisis: पेरू में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है. पेरू में सरकार के खिलाफ जबरदस्त हिंसक प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच संघर्ष में 18 लोगों की मौत हो गई है. लगातार खराब होते माहौल को देख सरकार ने यहां कर्फ्यू लगा दिया है. प्रधानमंत्री अल्बर्टो ओटारोला ने बताया कि यह कर्फ्यू स्थानीय समयानुसार तीन दिनों तक रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक रहेगा.


साउथ पेरू में पुलिस के साथ झड़प में कम से कम 17 लोग मारे गए हैं. देश के ह्यूमन राइट्स ऑफिस ने बताया कि सोमवार (09 जनवरी) विरोध प्रदर्शनों का अब तक का सबसे घातक दिन था. यह विरोध जल्द चुनाव और जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो की रिहाई की मांग को लेकर जारी है. 


हिंसक झड़प में 68 लोग घायल 


स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी हेनरी रेबाजा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि साउथ पेरू के पुनो क्षेत्र में टिटिकाका झील के किनारे के शहर जुलियाका में झड़पें हुईं. इस झड़प में कुल 68 लोग घायल हो गए. मंत्रालय के अनुसार मृतकों में कम से कम दो किशोर भी शामिल हैं.


दिसंबर की शुरुआत से जारी है विरोध 


कांग्रेस को अवैध रूप से भंग करने की कोशिश के तुरंत बाद पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को हटाने और गिरफ्तार करने के बाद दिसंबर की शुरुआत में ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. कैस्टिलो को विद्रोह के आरोप में 18 महीने के लिए प्री ट्रायल डिटेंशन में रखा गया है. 


पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प 


एक फेसबुक पोस्ट के अनुसार जुलियाका में कम से कम 38 लोग घायल हुए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं, पुनो क्षेत्र में टिटिकाका झील के किनारे एक व्यक्ति ने सड़कों पर गोलियों और धुएं के फुटेज की वीडियो भी शेयर की. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके जिसके बाद पुलिस ने गोली चला दी. 


ये भी पढ़ें: 


Covid-19: कोविड पर चीन का पलटवार, साऊथ कोरिया और जापान के यात्रियों का रद्द किया वीजा