Peru Protest: पेरू में सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन तेज, 50 से ज्यादा लोग घायल, जानें क्यों चल रहा प्रोटेस्ट
Peru Protest News: पेरू में हिंसक प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों के साथ कई पुलिस अधिकारी भी जख्मी हुए हैं. प्रदर्शनकारी मौजूदा राष्ट्रपति बोलुआर्टे (Dina Boluarte) के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
Peru Anti Govt Protest: पेरू में सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन और तेज हो गया है. प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच संघर्ष ने हिंसक रूप ले लिया है. पेरू में सरकार विरोधी प्रदर्शनों (Peru Protest) में 50 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. हिंसक प्रदर्शन के दौरान कई पुलिस अधिकारी भी जख्मी हुए हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश की राजधानी लीमा (Lima) के दक्षिण में बुधवार (25 जनवरी) को इका विभाग में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में पुलिस अधिकारी और बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी घायल हो गए.
पेरू में हिंसक प्रदर्शन और तेज
पेरू की स्टेट न्यूज एजेंसी ने कहा कि इस प्रदर्शन के दौरान कम से कम 57 लोग घायल हो गए. पुलिस ने पनामेरिकाना सुर राजमार्ग पर प्रदर्शनकारियों की ओर से लगाए गए अवरोध को जब हटा दिया तो झड़प और तेज हो गई. मारिया डेल सोकोरो अस्पताल के मुताबिक 24 घायल को भर्ती कराया गया, जिसमें 14 पुलिस और दस प्रदर्शनकारी शामिल हैं.
प्रदर्शनकारियों की क्या है मांग?
प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में सैन्य कर्मियों को तैनात किया गया है. प्रदर्शनकारी 1990 के दशक में अल्बर्टो फुजिमोरी के समय के बाजार के अनुकूल संविधान को बदलने के लिए मौजूदा राष्ट्रपति बोलुआर्टे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही देश में जल्द चुनाव कराने, कांग्रेस को भंग करने और बाजार के अनुकूल संविधान बनाने की मांग कर रहे हैं.
अबतक 50 से अधिक लोग मारे गए
महाभियोग वोट को रोकने के लिए विधायिका को भंग करने का प्रयास करने के बाद पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को हटा दिए जाने के बाद से पेरू में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. हिंसक प्रदर्शन की वजह से अबतक 50 से अधिक लोग मारे गए हैं. कुछ स्थानीय लोगों ने बोलुआर्टे पर उंगली उठाई है. उन पर विरोध प्रदर्शनों को दबाने के लिए कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया, जो कैस्टिलो को हटाने और गिरफ्तारी के जवाब में 7 दिसंबर को शुरू हुआ था.
जेल में बंद हैं पूर्व राष्ट्रपति कैस्टिलो
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति कैस्टिलो (Pedro Castillo) विद्रोह के आरोप में 18 महीने की कैद की सजा झेल रहे हैं. प्रदर्शनकारी उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं. मानवाधिकार समूहों ने पुलिस और सेना पर घातक हथियारों के इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. वहीं, पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने हथियारों और घरेलू विस्फोटकों का इस्तेमाल किया है.
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