Peru Violence: पेरू में प्रदर्शन के बाद स्थिति बिगड़ती जा रही है. पेरू में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन (Peru Protesters) करने वाले 300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पेरू के अटॉर्नी जनरल ने घातक संघर्षों से शुरू हुए नागरिकों की मौत की जांच की घोषणा कर दी है. हिंसा में हुई मौतों की जांच शुरू कर दी गई है. पेरू के लीमा (Lima) में उस समय विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए जब पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो के समर्थक नई सरकार और राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे के विरोध में सड़कों पर उतर आए. 


पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो के समर्थक (Pedro Castillo Supporters) पिछले कई हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं और सड़कों को जाम कर राष्ट्रपति से इस्तीफा मांग रहे हैं. इस बीच राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे ने इस्तीफा देने से इनकार किया है.


हिंसा में हुई मौतों की जांच


न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक पेरू के अटॉर्नी जनरल ने देश में सबसे हिंसक सामाजिक विरोध प्रदर्शनों के दौरान 40 से अधिक नागरिकों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के लिए जांच शुरू की है. पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो के अपदस्थ होने से शुरू हुए खूनी संघर्ष के हफ्तों बाद विरोध प्रदर्शन हुए. पेड्रो कैस्टिलो के समर्थकों पर पुलिस की ओर से कथित तौर पर घातक हिंसा, गुस्से को भड़काने और अधिक विरोध और नाकाबंदी के लिए उकसाने के कारण देश में हालात खराब हैं. 


कई मंत्रियों का इस्तीफा


राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे (Dina Boluarte) और कई मंत्रियों के खिलाफ नरसंहार की जांच शुरू कर दी गई. बोलुआर्टे ने कहा कि शुक्रवार को देश के आंतरिक मंत्री, श्रम मंत्री और महिला मंत्री सभी ने इस्तीफा दे दिया. राजनीतिक उथल-पुथल के बीच पेरू के दक्षिणी एंडियन शहर कस्को में इंटरनेशनल एयरपोर्ट को गुरुवार को बंद कर दिया गया. परिवहन मंत्रालय ने कहा है कि सरकार के खिलाफ विरोध पूरे क्षेत्र में बढ़ गया. दिसंबर में भी कई एयरपोर्ट को निशाना बनाया गया था.


पूर्व राष्ट्रपति को रिहा करने की मांग


पेरू में प्रदर्शनकारी नए सिरे से चुनाव कराने और कैस्टिलो को हिरासत से रिहा करने की मांग कर रहे हैं. इस हफ्ते मरने वालों की संख्या 40 के पार हो गई है. पेरू के पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो (Pedro Castillo) वर्तमान में हिरासत में हैं. उनके खिलाफ विद्रोह और साजिश के आरोप में जांच की जा रही है. हालांकि कैस्टिलो ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों का खंडन किया है. 7 दिसंबर 2022 को तख्तापलट करने के आरोप में कैस्टिलो को गिरफ्तार किया गया था. 


ये भी पढ़ें: ब्रिटेन के लिए जासूसी करने वाले जासूस को दी गई फांसी, ईरान की सुरक्षा में लगाई थी सेंध