Parvez Musharraf: पाकिस्तान के फॉर्मर प्रेसिडेंट परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf)  का आज यानी रविवार (5 फरवरी) को निधन हो गया है. वो 79 साल के थे. परवेज मुशर्रफ परिवार वालों ने बताया कि उनको अमीलॉइडोसिस नामक बीमारी थी. वो पाकिस्तान में साल 2001 से 2008 तक राष्ट्रपति रहे. उन्होंने देश में नवाज शरीफ सरकार का तख्ता पलट कर पाकिस्तान की गद्दी पर कब्जा किया. पाकिस्तान के राष्ट्रपति बनने से पहले वो देश के आर्मी चीफ थे.


परवेज मुशर्रफ की भारत और पाकिस्तान के बीच हुए 1999 के कारगिल वॉर में अहम भूमिका थी. युद्ध के 2 साल बाद ही पाकिस्तान और भारत के बीच आगरा शिखर सम्मेलन हुआ था. उस समय अटल बिहारी वाजपेयी भारत के पीएम थे. भारत और पाकिस्तान के बीच हुई आगरा शिखर सम्मेलन ग्लोबल मीडिया में चर्चा का विषय बन चुका था. इस दौरान परवेज मुशर्रफ अपनी पत्नी के साथ भारत के दौरे पर आए थे. हालांकि शिखर सम्मेलन सफल नहीं हो पाया था. 


मुशर्रफ पत्नी के साथ ताजमहल घूमने गए


आज भी आगरा शिखर सम्मेलन को कई तरह से याद किया जाता है. इस दौरान परवेज मुशर्रफ पत्नी के साथ ताजमहल घूमने गए थे. उन्होंने वहां के खाने की खूब तारीफ भी की थी. उस वक्त भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee ) ने राष्ट्रपति के सम्मान में डिनर का प्रबंध किया था. इस दौरान परवेज मुशर्रफ हलाल-झटका मीट को खाने से बचते दिख रहे थे. इसे जुड़े किस्से वहां खाने बनाने वाले मुंबई से स्पेशल आदेश पर बुलाए गए ताज होटल के निदेशक शेफ हेमंत ओबेरॉय ने सुनाई.


अटल बिहारी वाजपेयी शेफ को बुलाया


शेफ हेमंत ओबेरॉय के आदेशानुसार ही सारा खाना तैयार किया जा रहा था. तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी शेफ हेमंत के खाने के शौकीन थे. हेमंत ओबेरॉय ने डिनर के लिए सिकंदरी रान, बिरियानी और मलाई कोफ्ता जैसे भोजन तैयार करवाए थे. उन्होंने मुशर्रफ से पूछा कि वह शाकाहारी डिश ही क्यों खा रहे हैं. मुशर्रफ ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि शायद यह हलाल मांस नहीं है. अटल बिहारी वाजपेयी ने तुरंत शेफ हेमंत ओबरॉय को बुलाया. इसके बारे में पूरी जानकारी ली. हेमंत ओबेरॉय ने उन्हें बताया कि गोश्त हलाल था. इसके बाद मुशर्रफ ने लजीज मांसाहार व्यंजन का खूब स्वाद लिया था.


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